छत्तीसगढ़बिलासपुर

रेत का पहाड़ बनाकर बेच रहे 18 से 20 हजार प्रति ट्रक हाईवा, खनिज विभाग के संरक्षण में हो रहा रेत का खेल…

0 जोंधरा में हजारो ट्रक हाईवा रेत का है भण्डारण, शासन को रायल्टी राजस्व का हो रहा भारी नुकसान…

0 गुलाबी गैंग के मौकापरस्त नेता सत्ताधारी दल में शामिल होकर पार्टी की छबी कर रहा धूमिल

बिलासपुर। आपने अक्सर पत्थर का पहाड़ देखने की कई किस्से सुने होंगे मगर जिला मुख्यालय के मस्तुरी क्षेत्र के ग्राम जोंधरा में एक ऐसी भी जगह है जहा रेत का पहाड़ बनाकर रखा गया है, यह पहाड़ कृतिम नहीं बल्कि मानव निर्मित है जिसका मुखिया गुलाबी गैंग के मौकापरस्त नेता है जिन्होंने सत्ताधारी दल का दामन थाम कर अपनी दुकानदारी बरक़रार रखी हुई है|

गुलाबी गैंग में रहने के दौरान रेत का जमकर खेल खेला फिर अपनी साख बचाने सत्ताधारी दल में शामिल हो गया ताकि उनके रेत के खेल में अडंगा ना लग पाए, नेतागिरी की आड़ में सत्ताधारी पार्टी के नाम का उपयोग कर हजारो ट्रक हाईवा रेत को जोंधरा में डंप कर रखा है। बारिश का सीजन शुरू होते ही डंप रेत को महंगे दामो में बेचकर अपनी जेबे भरने में लगा हुआ है। डंप रेत की वजह से शासन को रायल्टी व राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है मगर खनिज विभाग के अधिकारी ऐसे मौकापरस्त नेता से मिलीभगत कर उनका सरक्षण करने में लगे हुए है| मस्तुरी क्षेत्र ग्राम पंचायत जोंधरा में हजारो ट्रक रेत का भण्डारण एक स्थानीय मौकापरस्त नेता के द्वारा किया गया है, जो कांग्रेस सरकार बनने के पूर्व गुलाबी गैंग का हिस्सा हुआ करता था, मगर सरकार बनते ही पाला बदलकर सत्ताधारी दल में शामिल हो गया| गुलाबी गैंग में रहने के दौरान रेत से तेल निकालने में माहिर यह नेता हजारो ट्रक हाईवा रेत का पहाड़ जोंधरा में बनाकर कर रखा है जिसे प्रति हाईवा 18 से 20 हजार में बिक्री कर अपनी जेबे भरने में लगा हुआ है| इस रेत के भण्डारण की सबसे अहम् बात यह भी है कि इसकी बकायदा रेत भण्डारण की लीज होने का दावा किया जा रहा है जिसकी अवधि 26 जून 2021 से 24 जून 2026 तक होने का बोर्ड भी चस्पा कर रखा है, जिस जमीन पर रेत का भण्डारण किया गया है। उसकी जानकारी के अनुसार ग्राम जोंधरा खसरा न. 863 रकबा 0.9510 हेक्टेयर है| रेत भण्डारण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है उक्त स्थान पर रेत का पहाड़ बन गया है, जो महज एक सीजन में निकाल कर डंप कर पाना मुमकिन नहीं है। सूत्रों की माने तो राज्य शासन द्वारा 15 जून के बाद नदियों से रेत निकालने पर पाबंदी लगा दी जाती है जिसके बाद रेत मिलना बेहद मुश्किल होता है जिसका लाभ रेत भण्डारण करने वाले बिचौलिये उठाते है और जतय कीमत से भारी रकम में रेत की बिक्री कर मोटी रकम की कमाई करते है|

खनिज विभाग के अधिकारीयो का है संरक्षण

जोंधरा में भारी मात्रा में रेत का भण्डारण होने की जानकारी क्षेत्र के साथ ही साथ दीगर जिलो के लोगो को भी है ऐसे में जिले व क्षेत्र के खनिज विभाग के अधिकारियो को इसकी जानकारी ना होना हजम होने वाली बात नहीं लगती है| भारी मात्रा में रेत का भण्डारण करने के मामले में बिना खनिज अधिकारियो की मिलीभगत से कर पाना संभव प्रतीत नहीं होता जबकि स्थानीय यह भी बताते है कि सत्ताधारी दल के नाम से अधिकारियो और क्षेत्र में रसूख कायम करने वाले नेताजी की वजह से कांग्रेस पार्टी की फजीहत हो रही है जो कही ना कही पार्टी की छबी को धूमिल कर रहा है|