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दीवारों के बीच महज दो फीट जगह में दो दिनों से फंसकर गौमाता लगा रही थी जिंदगी की गुहार, प्रयास और नगरपालिका की टीम ने दीवार तोड़कर बचाई गौमाता की जान
जांजगीर-चांपा। दो दीवारों के बीच महज दो फीट की जगह में फंसकर गौमाता मदद की गुहार लगाने लगी। दो दिनों तक इसी अवस्था में गौमाता जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी। इसी बीच यह खबर प्रयास सेवा संस्थान चांपा के जांबाजों तक पहुंची। फिर प्रयास की टीम ने बगैर विलंब किए गौमाता को बचाने प्रयास शुरू किया।
प्रयास की टीम जब घटनास्थल भालेराय मैदान के मंच के पास पहुंची तो देखा कि गौमाता मंच और बगल के घर के बीच महज दो फीट की जगह में बुरी तरह फंस गई, जो न तो आगे जा पा रही है और न ही पीछे जाने बन रहा है। ऐसी स्थिति में प्रयास ने नगरपालिका सीएमओ प्रहलाद पाण्डेय से संपर्क पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। तब सीएमओ पाण्डेय बगैर देर किए इंजीनियर के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी घटनास्थल का जायजा लिया। उस समय दो दिनों से भूखी प्यास गौमाता जिंदगी की आस में दो फीट की जगह में बेसुध पड़ी हुई थी। ऐसे में सीएमओ पाण्डेय ने कुछ कर्मचारी बुलाए। लेकिन गौमाता को वहां से निकालने कोई व्यवस्था ही नहीं बन रही थी। काफी दिमाग लगाने के बाद एक ही विकल्प समझ आया कि भालेराय मैदान मंच के पास के भवन की दीवार को तोड़कर गौमाता को बाहर निकाला जा सकता है। गौमाता की जान बचाने सीएमओ पाण्डेय ने दीवार तोड़ने की अनुमति दी। फिर प्रयास और नपा की रेस्क्यू शुरू हुई। काफी जद्दोजहद और दीवार के बड़े हिस्से को तोड़कर गौमाता को बाहर निकाला गया। भूखी प्यासी महज दो फीट के स्थान में दो दिनों से रहने के कारण गौमाता काफी अस्वस्थ है, जिसका उपचार पशु चिकित्सक ने शुरू कर दिया है। गौमाता अभी प्रयास सेवा संस्थान द्वारा संचालित गौ सेवा सदन में उपचार्थ है। गौ माता रेस्क्यू ऑपरेशन में नगर पालिका सीएमओ प्रहलाद पांडेय, अध्यक्ष जय थवाईत, उपाध्यक्ष हरदेव देवांगन, वरिष्ठ पार्षद डुग्गू प्रधान, पुरुषोत्तम देवांगन, नगर पालिका के कर्मचारी और साथ मे प्रयास सेवा संस्थान चांपा के सभी सदस्यों व गौसवको का विशेष सहयोग रहा।