जांजगीर-चांपा। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय हसौद में सेजेस कैलेण्डर के अनुसार 5 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस सप्ताह के रूप में मनाया गया। प्रतिवर्ष पूरे भारत में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। 9 अगस्त को अवकाश को ध्यान में रखते हुए सेजेस स्कूलों में 5 अगस्त को इस दिवस को मनाया गया।
इस मौके पर कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक के छात्रों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती तथा भारत माता की आराधना से हुआ। तत्पश्चात छात्रों ने छात्राओं ने मांदर की थाप में सामूहिक कर्मा नृत्य की प्रस्तुति दी। साथ ही एकल, युगल तथा समूह नृत्य कर छात्राओं ने सब का मन मोह लिया। इस बीच शिक्षकों ने आदिवासी नृत्य में अपनी सहभागिता दी। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य डीआर लहरें ने विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि यह दिवस पूरी तरह से विश्व के आदिवासियों को समर्पित हैं। इस दिन का उद्देश्य विश्व की जनजातीय आबादी के अधिकारों की रक्षा करना है। यह दिन उन उपलब्धियों और योगदान को भी मान्यता देता है। विद्यालय में इस दिवस के माध्यम से छात्रों को आदिवासी सभ्यता से अवगत कराने के साथ ही उनके संस्कृति तथा लोकनृत्य से परिचय कराना उद्देश्य था। वरिष्ठ शिक्षक अरुण कुमार जायसवाल ने आदिवासी दिवस की शुभकामना तथा बधाई देते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य यह है कि आदिवासी के अधिकारों को संजोये रखना है। जिसमे जल, जंगल, जमीन शामिल है। इन तीन चीजों को बढ़ावा देना साथ ही उनकी सामाजिक, आर्थिक और न्यायायिक सुरक्षा देने के लिए आदिवासी लोगों का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। इस बीच खेलकूद विभाग के द्वारा विधिवत विभिन्न खेलों का शुभारंभ कर खेल शिक्षक सोहन यादव ने छात्रों को शारीरिक शिक्षा प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक विनय रात्रे तथा अभिषेक पांडेय ने किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षक नागरिक तथा बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे।