भोजली पर्व की परंपरा को कायम रखने कोसमंदा गांव में जय मां दुर्गे सेवा संस्थान ने किया के गेहूं का वितरण
सुरेश यादव@जांजगीर चांपा। छत्तीसगढ़ परंपरा को कायम रखने के उद्देश्य से जय मां दुर्गे सेवा संस्थान कोसमंदा द्वारा छत्तीसगढ़ के मितान त्योहार भोजली पर्व के पूर्व गेहू का वितरण किया गया। पूर्व में भोजली पर्व का विशेष महत्व था। ग्राम पंचायत कोसमंदा का इस पर्व का विशेष महत्व था। पूरे गांव की भोजली बाजे-गाजे के साथ गांव के कुल देवी समलेश्वरी मंदिर के पास इकट्ठी होती थी, फिर पूजा अर्चना के बाद आगे बढ़ते हुए बंधवा तालाब पहुंच कर विसर्जन किया जाता था। धीरे-धीरे यह परपंरा अब विलुप्त होने के कगार पर है, जिसे कायम रखने जय मां दुर्गे सेवा संस्थान गेहूं देकर भोजली उगाने प्रेरित कर रही है। भोजली परंपरा के प्रति उत्साह के लिए पुरस्कार की भी घोषणा की गई है। प्रथम 1 से 10 तक स्थान रखने वालों को विशेष पुरस्कार दिए जांगे। इस अवसर पर हरीश राठौर, केशव कश्यप, जीवन बरेठ, भरत कौशिक, श्याम केवट, गंगा श्रीवास, कपिल राठौर, भागवत राठौर, सुरेश यादव, छेदू बरेठ, शिव राठौर आदि उपस्थित रहे।