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POLITICAL NEWS: सचिव और महासचिव की सूची जारी होते ही उभरने लगे विरोध के स्वर, सोशल मीडिया में कार्यकर्ता निकाल रहे अपनी भड़ास

जांजगीर-चांपा। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं को सचिव और महासचिव का पद देकर संतुष्ट करने का प्रयास किया है, लेकिन कांग्रेस की सूची जारी होते ही विरोध के स्वर भी उभरने लगे हैं। कल शाम से सोशल मीडिया में असंतोष कार्यकर्ता अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। उनका आरोप है कि दशकों से पार्टी की सेवा करने के बाद भी निराशा ही हाथ लग रही है, जबकि पार्टी के खिलाफ काम करने और दल बदल करने वालों की पूछपरख है। इस तरह की कई तीखी टिप्पड़ी सोशल मीडिया में सूर्खियां बटोर रही है।

बता दें कांग्रेस इस बार 75 से ज्यादा सीट लाने की दिशा में काम कर रही है। इस बार उसी दावेदार को टिकट मिलेगी, जो चुनाव जीत सकता है। इसीलिए टिकट फाइनल करने से पहले कांग्रेस ने आवेदन की प्रक्रिया शुरू की है। अकेले जांजगीर चांपा से 40 लोगों ने दावेदारी की है तो वहीं जिले के पामगढ़ से 53 और अकलतरा से 48 लोग टिकट की दौड़ में शामिल है। इनमें से कई लोग वो है, जो लोगों के बीच अक्सर नजर आते हैं। तो वहीं ज्यादातर लोग चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए शामिल है। इधर, एक अनार और सौ बीमार वाली स्थिति बनने से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है। क्योंकि टिकट तो किसी को ही मिलनी है, लेकिन टिकट की आस में सालों से हाथ पैर मारने वाले कार्यकर्ताओं की नाराजगी आखिर किस तरह दूर होगी, यह समय के गर्भ में छिपा है। दूसरी ओर, गुरूवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की अनुशंसा पर अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश सचिव और महासचिवों की सूची जारी की है। इसके बाद शाम को सोशल मीडिया में वो कार्यकर्ता अपनी भड़ास निकालने लगे, जो दशकों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं। उनका आरोप है अर्से से पार्टी की सेवा करने के बाद भी सिर्फ जिंदाबाद के नारे ही लगवा रहे हैं, जबकि पार्टी के खिलाफ काम करने और दल बदल करने वालों की अच्छी पूछपरख है। इस तरह की कई तीखी टिप्पड़ी सोशल मीडिया में छायी हुई है। इन सबको देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाला विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने के आसार है।