शिक्षक राजेन्द्र जायसवाल को मिला राष्ट्रीय सम्मान, शाला त्यागी, घुमंतू व गरीब बच्चों को दाखिला दिलाने पर हुए सम्मानित
जांजगीर चांपा। राज्यपाल से सम्मानित व राष्ट्रीय शिक्षा रत्न से सम्मानित व ग्लोबल टीचर चयन समिति सदस्य नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ के चेयरमैन जिले के शिक्षक राजेन्द्र जायसवाल को सम्मान पत्र से सम्मानित किया। यह सम्मान पत्र कमजोर समुदाय के बच्चे को शालेय शिक्षा की धारा में लाने, गरीब बच्चे, घुमंतू बच्चे, शाला त्यागी बच्चे, ईट भट्ठियों पर परिवार के साथ रहने वाले बालक, रेस्टोरेंट, होटल, खेत परिसर में असंख्य बालक काम करते हैं।
उन्होंने ऐसे बच्चे को खोज कर, सर्वे कर शाला प्रवेश अभियान चलाकर कार्य किया था, जिसमें कुछ बच्चे तहसील रोड जगदल्ला चांपा से मिले थे, जिन्हें अलग-अलग विद्यालय में प्रवेश दिलवाया गया। शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने व शिक्षण पेशा आनंदमय बनाने विद्यालय को साज-सज्जा, कलरफुल कर सरकारी स्कूल की तस्वीर बदलकर बाल अधिकार दिलाने के उनके कार्यों को ध्यान में रखकर और बच्चों को शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराया, जिस कारण डब्ल्यूएसी के सेक्रेटरी व्दारा राष्ट्रीय सम्मान पत्र ऑनलाइन देकर जायसवाल को सम्मानित किया। यह सम्मान मिलने पर श्रीमती अपरा दीवान प्रधान पाठक, परमेश्वर स्वर्णकार राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक, धन्यकुमार पाण्डेय जिला अध्यक्ष छग शिक्षक संघ, विजय थवाईत जिला सचिव छ.ग. शिक्षक संघ, राज्यपाल से सम्मानित अभिषेक काल्विन, रविंद्र व्दिवेदी राष्ट्रीय, गुरु गौरव से सम्मानित, भुवनेश्वर देवांगन राष्ट्रीय शिक्षा रत्न से सम्मानित, रविन्द्र राठौर फेडरेशन जिला अध्यक्ष, रामाधार यादव शिक्षक, शिवकुमार जायसवाल, जनभागीदारी सदस्य, श्रीमती नम्रता दुबे शिक्षक प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक श्रीमती सत्यभामा जायसवाल, श्रीमती रागिनी चतुर्वेदी, राजूनयन शुक्ला शिक्षक, सनत कुमार कश्यप, कोणार्क महाविद्यालय के शिक्षार्थी तरन्नुम बेगम, ममता रत्नाकर, ज्योति दीवान, मधुलता सोनी, कृतिका देवांगन, हेमंत कुमार, रोशन कुमार देवांगन, किरण देवांगन, दीपक राठौर, श्रीमती राधा देवांगन आदि में हर्ष है। सभी ने उन्हें शुभकामनाएं दी है।