छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपाराजनीति

POLITICAL NEWS: महंत के साथ महंत के चलने की खूब चर्चा, जांजगीर चांपा सीट से 39 लोगों ने पेश की अपनी दावेदारी, क्या 25 सालों का इतिहास दोहरा पाएंगे मोतीलाल देवांगन  

जांजगीर-चांपा। राहुल गांधी के भारत जोड़ों यात्रा को एक साल पूरे होने पर प्रदेश भर में भारत जोड़ों यात्रा निकाली गई। जिले के चांपा में भी यात्रा निकली, जिसकी अगुवाई विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने की। इस यात्रा की खास बात यह रही कि महंत के साथ एक और महंत रामसुंदर दास भी चल रहे थे। हालांकि उनके साथ तो बहुत नेता चल रहे थे, लेकिन डॉ. महंत के साथ महंत का चलना शहर में चर्चा का विषय बना रहा। लोगों के जुबान में यही चर्चा रही कि डॉ. महंत कहीं न कहीं लोगों से उन्हें रूबरू करा रहे हैं। वैसे तो महंत कोई परिचय के मोहताज नहीं है, लेकिन दोनों महंत का एकसाथ उपस्थिति खास बन गई।

चुनावी मौसम की शुरूआत हो चुकी है। वोटरों की चर्चा और राजनीतिक दलों का आरोप-प्रत्यारोप पूरे शबाब है। ऐसे में कोई बड़े नेता का महज संकेत ही काफी होता है। कुछ इसी तरह के संकेत की चर्चा दिनभर होते रही। दरअसल चांपा में भारत जोड़ों यात्रा के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत थे। उनकी अगुवाई में यात्रा पूरी हुई। इस यात्रा में महंत रामसुंदर दास का महंत के साथ-साथ आगे चलना ही चर्चा का प्रमुख विषय रहा, जबकि उनके साथ जांजगीर चांपा सीट से दावेदारी करने वाले कई नेता चल रहे थे। लोगों का कहना है कि महंत के साथ महंत कुछ खास अंदाज में दिख रहे थे। इधर, हाल ही में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष दावेदारों ने बाहरी प्रत्याशी का जमकर विरोध किया था तो वहीं भारत जोड़ों यात्रा में महंत के साथ महंत का चलने का लोग कई मायने निकाल रहे हैं। बहरहाल इस चर्चा में कितना दम है यह तो समय आने पर ही पता चल पाएगा। बता दें कि पूरे प्रदेश में हाइप्रोफाइल सीट के रूप जांजगीर चांपा की चर्चा होती है, जिस पर सभी की नजरें टिकी हुई है। नामों का पैनल पीसीसी को भेजने के बाद सबके जेहन में यही सवाल कौंध रहा है कि इस सीट से आखिर किसे टिकट मिलेगी? 25 सालों का इतिहास क्या फिर से दोहराया जाएगा? या फिर इस बार किसी नए चेहरे को मौका मिलेगा? इन सभी सवालों से लोग घिरे हुए हैं। इस बीच 25 सालों से सबका समीकरण फेल करके आखिर में टिकट लाने में कामयाब रहने वाले पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन इस बार क्या इतिहास दोहरा पाएंगे या फिर इस बार बाजी कोई और मार ले जाएगा। इस बात का फैसला टिकट फाइनल होने के बाद ही होगा। लेकिन उसके पहले विभिन्न घटनाक्रमों का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि इस सीट से पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन, व्यास कश्यप, महंत रामसुंदर दास, इंजी. रवि पाण्डेय, दिनेश शर्मा, राजेश अग्रवाल, गिरधारी यादव, गुलशन सोनी सहित 39 लोगों ने दावेदारी की है।