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जीत -हार की परवाह किए बिना खेल भावना से खेलेंः कुलपति, सरस्वती शिशु मंदिर चांपा में 34वीं अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ

जांजगीर-चांपा। सरस्वती शिशु मंदिर चांपा में आयोजित 34वीं अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता 2023 का शुभारंभ आज अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेई ने किया। प्रतियोगिता में देशभर के 27 राज्यों से खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ बाजपेई थे। विशिष्ट अतिथि विद्या भारती छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ देवनारायण साहू, विद्या भारती मध्य क्षेत्र के उपाध्यक्ष चंद्रकिशोर श्रीवास्तव, जुड़ावन सिंह ठाकुर विद्या भारती छत्तीसगढ़ एवं संयोजक डॉक्टर शांति कुमार सोनी व्यवस्थापक सरस्वती शिशु मंदिर थे। प्रतियोगिता में अलग-अलग राज्य से अंदर 14, 17 और 19 वर्ष के बालक-बालिका अपने खेल का जौहर दिखा रहे हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य दिवाकर ने कहा कि इस प्रतियोगिता में सभी का स्वागत है। छत्तीसगढ़ी बोली में मिठास है। भारत में छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है, जहां अपने राज्य को छत्तीसगढ़ महतारी कहा जाता है। सरस्वती शिशु मंदिर का देश में अलग पहचान है। परंपरा एवं संस्कृति का वाहक है सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय। वॉलीबॉल एक अनोखा खेल है। यह खेल निर्णय क्षमता को त्वरित रूप से बढ़ने वाला है। खेल भावना ही खिलाड़ियों का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। प्रतियोगिता में आए हुए सभी खिलाड़ी हार जीत की परवाह न करते हुए अपना सर्वोत्तम खेल का प्रदर्शन करें। आपकों बता दें कि इस फाइनल प्रतियोगिता में विजयी टीम को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में विद्या भारती प्रांत के रूप में खेलने का मौका मिलेगा। प्रतियोगिता को लेकर सरस्वती शिशु मंदिर चांपा में खिलाड़ियों के लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है।

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