छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपाबिलासपुररायपुर

जनहित बताकर किसी एक को फायदा पहुंचाने हो गया बड़ा खेला, शासन के आंखों में धूल झोंकने नहीं छोड़ा कोई कसर

जांजगीर-चांपा। जनहित का मामला बताकर किसी एक को फायदा पहुंचाने शासन के आंखों में ही धूल झोंक दिया गया। शासन के आदेश के बाद अब फायदा किसी का ही होते नजर आ रहा है। यह मामला करीब दो साल से लंबित था। लेकिन ऐड़ीचोटी का जोर लगाकर मंशा पूरा कर लिया गया। अब इस मामले को लेकर कुछ लोग हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है।

पूरा मामला चांपा शहर का है, जहां शासन के आंखों में धूल झोंकने कोई कसर नहीं छोड़ी गई। यहां तक इस कार्य में जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों ने भी अहम भूमिका निभाई है। इसमें बड़े पैमाने पर लेन देन की बात भी सामने आ रही है। दिलचस्प बात यह है कि किसी एक को फायदा पहुंचाने के चक्कर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक नरवा के अस्तित्व को ही समाप्त कर दिया गया है। यह मामला प्रकाश में आने के बाद कुछ लोग अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि शासन को जवाब देना होगा कि मौके पर किस जन का हित हो रहा है। मौका जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि वहां लाभ जनता का नहीं, बल्कि किसी एक को ही हो रहा है।