बड़ी खबरः शिवरीनारायण पुलिस पर महिला ने लगाया मोबाइल लूटपाट, छेड़खानी और झूठा केस बनाने की धमकी का सनसनीखेज आरोप, जांजगीर एसपी से की गई पूरे मामले की शिकायत
जांजगीर-चांपा। शिवरीनारायण पुलिस पर एक महिला ने मोबाइल लूटपाट, छेड़खानी और शराब का झूठा केस बनाने की धमकी देने का गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला ने पूरे मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराने पर सलाखों के पीछे पहुंचा देने का भी आरोप लगाया है। महिला ने इस पूरे मामले की शिकायत एसपी विवेक शुक्ला से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
शिवरीनारायण थाना क्षेत्र की एक महिला ने जांजगीर एसपी से की शिकायत में बताया है कि बीते 13 अप्रैल को दोपहर करीब 3 बजे गांव के कर्राकोंदी नाले के पास बकरी चरा रही थी। तभी वहां बाइक पर सवार होकर शिवरीनारायण की पुलिस वहां आ पहुंची। महिला के मुताबिक, शिवरीनारायण पुलिस श्रीकांत सिंह और तारकेश पाण्डेय ने उस पर शराब बेचने का आरोप लगाते हुए थाना चलने को कहा। शिकायत में कहा गया है कि दोनों पुलिस ने महिला को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए शराब बेचने को ही उसका धंधा बताया। महिला ने कहा कि फिर एक पुलिस ने उसका बांह पकड़ लिया। काफी प्रयास के बाद बांह का छुड़ा सकी, जिसके चलते बांह में भी सूजन आ गया था। महिला ने कहा है श्रीकांत सिंह ने उसकी कोई इज्जत नहीं होने की बात कहते हुए उसे पैर से मारा। फिर उन्होंने पैसों की मांग करते हुए शराब के केस में फंसाकर जेल पहुंचाने की धमकी भी दी। महिला ने कहा तारकेश पाण्डेय ने बेशरम का डंडा तोड़कर उसे मारा। तब महिला ने बचाव के लिए शोर मचाई। तो वहां बकरी चरा रही अन्य दो महिला आ गई। तब पुलिस वाले एक महिला का मोबाइल लूटकर भाग निकले। जाते जाते धमकी भी दे गए यदि इस पूरे मामले की रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचोगी तो उन्हें हवालात में डाल देंगे। महिला ने अपनी शिकायत में यह भी लिखा है कि पुलिस वालों ने टीआई को अपना आदमी बताकर इस वारदात को अंजाम दिया है। महिला ने पुलिस वालों की डर से शिवरीनारायण में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय जांजगीर एसपी विवेक शुक्ला से गुहार लगाई है।
चांपा एसडीओपी कर रहे मामले में जांच
इस गंभीर मामले में जब हमनें जांजगीर एसपी विवेक शुक्ला से बात की तो उन्होंने बताया कि शिवरीनारायण पुलिस वालों पर लगे आरोपों से संबंधित शिकायत मिली है। मामले मों जांच की जिम्मेदारी चांपा एसडीओपी यदुमणि सिदार को जिम्मेदारी दी गई है। जांच पूरी होने के बाद प्रस्तुत जांच प्रतिवदेन के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।