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नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक पहुंचे किसान स्कूल, सीड बैंक, डेयरी, छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों की इकाई का किया अवलोकन

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ राज्य नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक और उनकी टीम किसान स्कूल बहेराडीह पहुंची। यहां उन्होंने सीड बैंक, छत्तीसगढ़ की 36 प्रमुख भाजियों की ईकाई, कृषि फसल अवशेष अलसी, केला, अमारी भाजी, चेच भाजी, भिंडी के रेशे से निर्मित राखी, कपड़ा, मशरूम पापड़, बड़ी, मुनगा आचार, डेयरी, बॉयोगैस सयंत्र, जैविक खाद निर्माण इकाई, रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, संग्रहालय, मछली पालन इकाई का अवलोकन किया।

पांच फीट ऊंची धनिया का पौधा देख चकित रहे मुख्य

महाप्रबंधक किसान स्कूल परिसर में सीड बैंक में निरीक्षण के दौरान पांच फीट ऊंची धनिया को देखकर नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ ज्ञानेंद्र मणि चकित हो गए। उन्होंने इतनी उंची धनिया कभी नहीं देखी थी। धनिया का पौधे से प्रभावित डॉ. मणि ने सराहना करते हुए किसान स्कूल के विकास के लिए हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया।

डॉ. मणि ने सेल्फी जोन को सराहा
डॉ. मणि ने छत्तीसगढ़ के अलावा भारत के अन्य राज्यों के किसानों द्वारा विलुप्त चीज़ो को सहेजने और संग्रहालय को धरोहर का रूप देकर सेल्फी जोन बनाने वाले किसानों की पहल की सराहना की। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक ने सिवनी स्थित मनमोहन देवांगन का कोसा रेशम इकाई और चूड़ामणि राठौर कृषि डेयरी फार्म का भी भ्रमण किया। इस अवसर पर नाबार्ड के सहायक प्रबंधक सोहन चौधरी, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अंकित पाल, समाजसेवी डॉ सुरेश कुमार देवांगन, जिला ब्यापार उद्योग केंद्र के डीआरपी संतोष कुमार शुक्ला, किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव, सिवनी के पूर्व सरपंच चूड़ामणि राठौर, मनमोहन देवांगन, पूर्व उपसरपंच जितेंद्र कुमार यादव, राजाराम यादव, लखपति दीदी पुष्पा यादव, उर्मिला यादव और अन्य प्रगतिशील किसान प्रमुख रूप से उपस्थित थे।