छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

चारधाम की यात्रा से दर्शन कर सकुशल वापस लौटा दर्शनार्थियों का जत्था, सभी पहुंचे अपने घर

जांजगीर चांपा। चांपा  रेलवे स्टेशन से देवभूमि उत्तराखंड के पवित्र चार धाम यात्रा के 13 मई को उत्कल एक्सप्रेस से हरिद्वार को रवाना हुई थी । जो 13 दिन बाद दर्शन कर सकुशल चाम्पा 26 मई 2024 की शाम पहुची। सैकड़ो की संख्या में चारधाम की यात्रा में चाम्पा, कोरबा, बालको , बलौदा, जांजगीर, रायगढ़, बिलासपुर, जांजगीर की टीम एक साथ यात्रा में गए थे ।

14 मई को हरिद्वार से बस की यात्रा शुरू हुई ।चारधाम में सबसे पहले श्री यमनोत्री ,श्री गंगोत्री, बाबा केदारनाथ_धाम, श्री बद्रीनाथ चारों धामों की यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक यात्रा रही । चारधाम की यात्रा पवित्र स्थलों का भ्रमण हिमालय की महान पर्वतश्रृंगों में स्थित कभी नहीं भूलने वाले आध्यात्मिक यात्रा अनुभव का आनंद लेते हुवे 2 डिग्री तापमान में यात्रियों द्वारा इस कठिन यात्रा में धैर्य परिचय देते हुए सभी दर्शनार्थियों का जत्था सकुशल वापस हरिद्वार आया । 24मई को सभी यात्री हरिद्वार की गंगा आरती में शामिल हुए। 26 मई को गोंडवाना एक्सप्रेस से सकुशल वापस चाम्पा पहुचे । चारधाम की यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि यह यात्रा बहुत ही कठिन यात्रा है । पूरे नव दिन तक पहाड़ो पर सकरी सड़को में यात्रा होती है । जगह जगह गाड़ियों की जाम लगा रहता है । मई की महीने में चारधाम यात्रा में बहुत अधिक भीड़ होने के कारण उत्तराखंड सरकार ने ऑनलाइन व आफ लाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया था । हम सभी यात्रियों की जत्था चारो धाम की दर्शन कर सकुशल वापस आ गए । यही यात्रा का सार है ।