छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

अष्टधातु थैरेपी सेंटर में एक से अधिक मशीन के जरिए की जा रही पीड़ित मानव की सेवा

0 मरीजों की मांग पर उठाया गया नेक कदम बना सराहनीय

चांपा। शरीर के तमाम व्याधियों से छुटकारा पाने के लिए मरीज तथा परिजन क्या कुछ उपाय नहीं करते हैं तरह-तरह का जांच पड़ताल एवं दर्जनों किस्म के रंग बिरंगी टैबलेट तथा कैप्सूलों कख सहारा लेकर शरीर को निरोगी बनाने का हर संभव प्रयास किया जाता है,लेकिन आज के दौर में कितने प्रयास के बाद ही तन निरोगी काया के रूप में बन पाना मुश्किल हो रहा है।

ऐसे हालात में प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के तहत यदि बिना किसी खास दवा तथा जांच पड़ताल के यदि मरीज को लाभ मिलने लगे तो इसे प्राकृतिक चिकित्सा का चमत्कार ही कहा जा सकता है, और ऐसा ही जबरदस्त प्रयास चांपा के कचरा गोदाम हनुमान धारा रोड वार्ड नंबर एक निवासी राजू साहू के निवास पर सार्थक प्रयास करते हुए अष्टधातु से निर्मित फूट थेरेपी सेंटर का संचालन किया जा रहा है, जहां बिना किसी जांच पड़ताल अथवा गंभीर दवाओ के बिना ही पैर के तलवों को अष्टधातु से निर्मित बर्तन (प्लेट) में हौले हौले मसाज करते हुए प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के तहत शरीर के तमाम व्याधियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है,यहां बताते चलें कि माह भर पहले इस थेरेपी सेंटर में केवल एक मशीन हुआ करता था इसी मशीन के सहारे तलवों के मसाज करते हुए मरीजों के कई शारीरिक कष्टों का निवारण करने का प्रयास चल रहा है,पर अब मरीज तथा परिजनों के विशेष मांग पर इस थेरेपी सेंटर में एक नहीं बल्कि दो मशीन एक साथ संचालित किया जा रहा है,स्पष्ट कर दें कि अष्ट धातु से निर्मित फुट थेरेपी प्रणाली से शरीर के अनेकों बीमारियों से राहत पाने का एक बेहतरीन उपाय किया जा सकता है, जिसमें मरीज को ना किसी विशेष किस्म का जांच करवाना है और ना ही किसी खास किस्म का दवाओ का सहारा लिया जाता है, केवल पैर के तलवों का मशीन के माध्यम से बड़े आराम से मसाज करने से मरीजों को अराम का एहसास होना होने लगता है,और चंद दिनों के लगातार मसाज होने से मरीजों के शरीर से कई किस्म के बीमारियों के लक्षण में आराम मिलने लगता है इन्हीं कारणों से प्रचार-प्रसार के चलते लगातार मरीजों के बढ़ती संख्या को देखते हुए पीड़ित मानवता के सेवा के मद्देनजर एक से अधिक मशीन उपलब्ध कराया जा रहा है जहां बेहद न्यूनतम शुल्क देकर शारीरिक कष्टों एवं लक्षणों से निजात पाया जा सकता है,,,,।