जिले मे पांव पसार रहा लाल कृकृमिमी, केचुए की तरह नज़र आता है कृमि: वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी
सुरेश कुमार यादव@कोसमंदा। यह वायर कृमि या ब्लड वर्म के नाम से भी जाना जाता है । लाल कृमि एक प्रकार का परजीवी है जो धान के जड़ों में पाया जाता है। यह केंचुए जैसा दिखता है परंतु यह केचुआ नहीं है । धमतरी जिले के बाद यह लाल कृमि जांजगीर जिले में अपना पैर पसार रहा है।
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने ग्राम महंत के कृषक दुष्यंत सिंह के यहां इस कृमि को देखा । केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ राजीव दीक्षित ने बताया यह कृमि समान्यतः ऐसे खेतों में दिखता है जहां पानी का जमाव हमेशा रहता है। चूकि जांजगीर चांपा जिला 92 से 95 प्रतिशत नहर संचित है एवं दोनों मौसम में अर्थात खरीफ एवं ग्रीष्म में यहां बहुतायत क्षेत्र में धान की खेती की जाती है। अतः खेतों में हमेशा नमी बनी रहती है और यही कारण है कि यह लाल वर्म यहां देखने को मिला है । केंद्र के कीट वैज्ञानिक रंजीत मोदी बताते हैं कि यह धागे नुमा पतली लाल रंग की रचना जो जड़ों में गुच्छो में पाई जाती है । रेड वर्म यह केचुओं की तरह ही दिखाई देते है परंतु इनकी लंबाई काफी अधिक होती है और इनकी मोटाई केंचुए की तुलना में काफी कम होती है । यह धान की जड़ों में गुच्छो में पाए जाते हैं जो जड़ों में रहकर धान की जड़ों से रस चूस लेता है जिससे जडे कमजोर हो जाती हैं एवं उनकी बढ़वार रुक जाती है व उर्वरक का अवशोषण कम हो जाता है । किसान भाई धान की फसल में जितने भी खाद उर्वरक का उपयोग करें फसल की बढ़वार नहीं हो पाती एवं पौधे पीले दिखाई पड़ते हैं । ग्राम महंत में कृषक दुष्यंत सिंह के यहां लाल कृमि देखे जाने पर उपाय हेतु इमिडाक्लोप्रिड 70% 100ग्राम प्रति एकड़ की दर से चार घमेला रेत में दवा को अच्छी तरीके से मिलाकर खेतों में छिड़काव कराया गया इस हेतु सर्वप्रथम दवा की अनुशंसित मात्रा को एक लीटर पानी मे अच्छी तरह घोल लिया गया फिर इस घोल को रेत मे मिलाकर छिड़काव कराया गया । इस तरह समस्या से निजात दिलाया गया । जिन किसी किसान भाइयों के यहां यदि लाल कृमि की समस्या दिखाई दे तो इमिडाकलोरपिड70%, कारटाप हाइड्रोक्लोराइड या फिपरोनिल आदि दवा का उपयोग करके इस समस्या से निजात पा सकते हैं । यदि संक्रमण ज्यादा हो तो उपरोक्त दवाओ को 10 दिनों के अंतराल में पुनः छिड़काव करें व कृषि विज्ञान केंद्र मे वैज्ञानिको से संपर्क करे।