छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

चांपा महाविद्यालय में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ समारोह कल, विधायक व्यास कश्यप की उपस्थिति में होगा कार्यक्रम

अरविन्द तिवारी@चांपा।  राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन के परिप्रेक्ष्य में शासकीय मयूरध्वज महादानी स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर चाम्पा में स्नातक प्रथम सेमेस्टर के नवप्रवेशी विद्यार्थियों का दीक्षारंभ समारोह कल पांच अगस्त सोमवार को दोपहर बारह बजे आयोजित किया गया है।

इस समारोह के मुख्य अतिथि  व्यास कश्यप विधायक जांजगीर चाम्पा रहेंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता जय थवाईत अध्यक्ष नगर पालिका परिषद चांपा करेंगे। वहीं समारोह में विशिष्ट अतिथिगण के रूप में  महाविद्यालयीन जनभागीदारी समिति के पांच पूर्व अध्यक्ष प्रदीप नामदेव , नागेन्द्र गुप्ता ,गणेश श्रीवास , कृष्णा देवांगन और श्रीमती शशी राठौर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।  महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बीडी दीवान ने  बताया कि इस अवसर पर स्नातक प्रथम वर्ष नवप्रवेशी विद्यार्थियों का सम्मान एवं पालकों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों पर विचार विमर्श भी किया जायेगा। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सम्मिलित प्रावधान के बारे में बताया कि तीन वर्षीय / चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम , जिसमें प्रत्येक वर्ष में दो सेमेस्टर परीक्षायें होंगी। प्रत्येक सेमेस्टर में 90 दिन अथवा 15 सप्ताह का अध्ययन आवश्यक , प्रत्येक सेमेस्टर का पाठ्यक्रम 20 क्रेडिट में विभाजित , प्रत्येक क्रेडिट का तात्पर्य 15 घंटे (प्रति सप्ताह 1 घंटा) का क्लासरूम अध्ययन। प्रायोगिक विषयों / फील्ड वर्क में प्रत्येक क्रेडिट का तात्पर्य 30 घंटे (प्रति सप्ताह 2 घंटा) , प्रत्येक सेमेस्टर के मूल्यांकन में 30 प्रतिशत आंतरिक मूल्यांकन तथा 70 प्रतिशत बाह्य परीक्षा जिसमें उत्तीर्ण होने के लिये 40 प्रतिशत अंक की आवश्यकता और परीक्षा परिणाम में प्रतिशत के स्थान पर ग्रेड प्रणाली का समावेश।‌ एक वर्ष (दो सेमेस्टर) पूर्ण करने के पश्चात अध्ययन से पृथक होकर पुनः बाद में अगले सेमेस्टर में प्रवेश लेने की पात्रता , कला / वाणिज्य / विज्ञान (बायो / गणित) संकायों के तीन विषयों के साथ अन्य संकाय के प्रति सेमेस्टर एक विषय चयन की सुविधा , साथ ही तृतीय सेमेस्टर में अपने संकाय के विशेष विषय। डीएसई का अतिरिक्त अध्ययन का समावेश। प्रथम तीन सेमेस्टरों में प्रति सेमेस्टर अंग्रेजी भाषा / हिन्दी भाषा / पयार्वरण अध्ययन योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम में से क्रमशः एक-एक विषय चयन करने की आवश्यकता । तीन वर्ष (06 सेमेस्टर) कुल 120 क्रेडिट उत्तीर्ण करने पर स्नातक की उपाधि तथा 4 वर्ष (08 सेमेस्टर) , 160 क्रेडिट उत्तीर्ण करने पर स्नातक (ऑनर्स) एवं 164 क्रेडिट उत्तीर्ण करने पर स्नातक (ऑनर्स एवं रिसर्च) की उपाधि। एक वर्ष (02 सेमेस्टर) कुल 40 क्रेडिट उत्तीर्ण कर अध्ययन से पृथक हो जाने पर सर्टिफिकेट की पात्रता , चार अतिरिक्त क्रेडिट ऑनलाइन पोर्टल से अर्जित करने की आवश्यकता होगी। दो वर्ष (04 सेमेस्टर) कुल 84 क्रेडिट उत्तीर्ण कर अध्ययन से पृथक हो जाने पर डिप्लोमा की पात्रता , एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट के रूप में विद्यार्थी का प्रतिवर्ष अर्जित क्रेडिट अंक डिजिटल रूप में स्टोर होगा। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिए भी प्रत्येक सेमेस्टर में आंतरिक मूल्यांकन में उपस्थिति अनिवार्य होगी , वहीं अब पुर्नमूल्यांकन एवं पूरक परीक्षा का प्रावधान नहीं रहेगा।