छत्तीसगढ़ के 18 आरसेटी डीएसटी का हुआ रिन्युअल, जांजगीर आरसेटी से 5 डीएसटी हुए शामिल
जांजगीर चांपा। ग्रामीण क्षेत्र के ग़रीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले बेरोजगार युवाओं, युवतियों, महिलाओं को स्व रोजगार की दिशा में अलग अलग 64 विषयों पर निःशुल्क ट्रेनिंग प्रदान करने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के 18 आरसेटी के डीएसटी को अलग अलग ट्रेड पर किये गए चिन्हित डीएसटी सर्टिफिकेट का रिन्युअल रायपुर स्थित आरसेटी परिसर में किया गया।
यह कार्यक्रम आरसेटी के नेशनल कंट्रोलर राजेश रंजन सिंह के मार्गदर्शन में आरसेटी के डिप्टी नेशनल कंट्रोलर श्रीमती पद्मावति शर्मा, आरसेटी के स्टेट डायरेक्टर अशोक सिंह और आरसेटी के स्टेट कंट्रोलर अरूण कुमार सोनी के नेतृत्व में विधिवत डीएसटी रिन्युअल कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती के तैलीय चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात छत्तीसगढ़ स्टेट कंट्रोलर अरुण कुमार सोनी,आरसेटी रायपुर के डायरेक्टर नवीन कुमार व डीएसटी ने अतिथियों का खुमरी पहनाकर स्वागत करते हुए धान की झूमर और गेंदा फूल का पौधा भेंट किया। रिन्युअल प्रोग्राम में छत्तीसगढ़ के सभी 18 आरसेटी के डीएसटी द्वारा ऑनलाइन परीक्षा दिया गया और विषय विशेषज्ञों द्वारा मौखिक परीक्षा तथा सभी ने अलग अलग विषयों पर पीपीटी प्रस्तुत किया। रिन्युअल कार्यक्रम में जांजगीर एसबीआई आरसेटी से विभिन्न विषयों के डीएसटी एस एस ठाकुर, रामाधार देवांगन, आशीष सोनी, हेमबाई चंद्रा, दीनदयाल यादव शामिल हुये। इसी प्रकार रायगढ़, जशपुर, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, राजनांदगांव, सरगुजा, कोरिया, कोरबा, कवर्धा, नारायणपुर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, धमतरी,आदि 18 आरसेटी
के डीएसटी शामिल हुए। रिन्युअल कार्यक्रम को सफल बनाने में बैंक ऑफ बड़ौदा आरसेटी डायरेक्टर नवीन कुमार, फैकेल्टी कौशल मिश्रा,डीएसटी,असेसर चंदन साहू, राम बसू, जागृति साहू, भूपेंद्र देवांगन,दिनेश ठाकुर,आशीष कुमार सोनी,पूनम पाल,पीके राघव, जे बसवराज,आरसेटी स्टॉप रायपुर,व अन्य डीएसटी असेसर का सराहनीय योगदान रहा।
आरसेटी में दी जाती है 64 विषयों पर निःशुल्क प्रशिक्षण
आरसेटी के नेशनल कंट्रोलर राजेश रंजन सिंह ने बताया कि आरसेटी में ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले 18 से 45 साल उम्र के बेरोजगार युवाओं, युवतियों, महिलाओं को 64 अलग अलग विषयो पर निःशुल्क ट्रेनिंग दिया जाता है। जिसमें कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत डेयरी फार्मिंग व वर्मीकम्पोस्ट बनाना, सब्जी खेती व narsri प्रबंधन, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मछली पालन, सुअर पालन, रेशम कीट उत्पादक उद्यमी,मधुमक्खी पालन, कृषि उद्यमी, आदि विषयों को शामिल किया गया है। इसी प्रकार उत्पाद उद्यमिता विकास कार्यक्रम में पापड़, आचार, मसाला पाउडर निर्माण, घरेलू अगरबत्ती बनाना, मोमबत्ती बनाना, कागज का कव्हर, लिफाफा, फ़ाइल निर्माण, बॉस, बेत, शिल्प निर्माण, पोशाक, गहना उद्यमी, सिलाई आदि को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रक्रिया उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत शॉप कीपर, फ़ास्ट फूड स्टाल उद्यमी, फोटो फ्रेमिंग, लेमिनेशन, स्क्रीन प्रिटिंग, ब्यूटी पार्लर प्रबंधन, कम्प्यूटर अकॉउंटिंग, बिजली मोटर रिवाइंडिंग और मरम्मत सेवाएं, घरेलू बिजली उपकरण, सेवा उद्यमी, घर की वायरिंग, दुपहिया मैकेनिक, सेलफोन मरम्मत, और सर्विस, वेल्डिंग, फेब्रिकेशन आदि को शामिल किया गया हैं।