आधुनिकता के दौर में भा रहा छत्तीसगढ़िया अंदाज

जांजगीर- चांपा. प्री वेडिंग शूट कराने युवक-युवती नदी, पर्वत, पार्क, हिल स्टेशन में जाते हैं और एक से बढ़कर एक फोटो शूट करवाते हैं। शादी के पूर्व ही रील बनाना, अत्याधुनिक बैकग्राउंड में फोटो लेना फिर इंटरनेट के माध्यम से दोस्तों को पोस्ट करने का चलन है मगर जांजगीर के किराना व्यापारी पवन सोनवानी ने अपनी बेटी श्वेता सोनवानी की शादी को यादगार बनाने के लिए छत्तीसगढ़ की पारंपरिक शादी करने का निर्णय लिया है।
इसके लिए उन्होंने शादी का आमंत्रण कार्ड नेवता के नाम से छपवाया है और शादी के कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ी में छपवाया है। जैसे मड़वा अऊ चुरमाटी, हरदियाही, बरात अऊ भांवर, बिहाव के ठऊर, बेटी के नाम आगे दुलौरिन नोनी, लड़का के नाम आगे दुलरवा बाबू जैसे शब्दों का समावेश है। इतना ही नहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में प्री वेडिंग फोटो शूट कराया।

लहलहाती फसलों के बीच दुल्हन छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वेशभूषा में दुलरी, तिलरी, हाथ में चूड़ी, कमर में करधन पहनी हुई हैं। वहीं युवक सिर पर गमछा हाथ में डंडा लिए लूंगी बनियान व पैर में चप्पल पहने हुए चरवाहे की तरह फोटोशूट कराया है। इंटरनेट मीडिया में प्री वेडिंग का छत्तीसगढ़िया अंदाज लोगों को खूब भा रहा है। लोग इसे पंसद कर रहे हैं। पवन सोनवानी ने कहा कि हमें अपने छत्तीसगढ़ के कला एवं संस्कृति के साथ पुराने पहनावा को नहीं भूलना चाहिए।
आजकल के नौजवान पुरानी परंपरा को भूल जा रहे हैं और पाश्चात्य पहनावे पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। इसलिए उन्होंने लोगों को प्रेरित करने यह पहल की है। ज्ञात हो कि उसकी बेटी का विवाह रविवार 20 अप्रैल को है। इसके पहले 18 अप्रैल को मड़वा और चुरमाटी में घर की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक साड़ी पहन रखी थी। वहीं बरातियों के स्वागत के लिए छत्तीसगढ़ी व्यंजन बनाए गए हैं।
