कूटरचित दस्तावेज़ से भवन की बिक्री का प्रयास, सहायक उप पंजीयक सहित तीन पर दर्ज हुआ जुर्म

कोरबा में जालसाजी कर अवैध भवन विक्रय की कोशिश, न्यायालय के हस्तक्षेप पर हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, बिल्डर्स एंड डेवेलपर्स की भागीदारी में चौथे तल स्थित बीएसपीएचसी मकान की बिक्री का प्रयास किया गया। आरोप है कि इस प्रक्रिया में खरीददार से ठगी कर फर्जी दस्तावेज़ तैयार किए गए। बिल्डिंग के गिरने के खतरे को देखते हुए कूटरचना कर सुधारनामा तैयार कर प्रस्तुत किया गया था।
6 मार्च 2022 को संदिग्ध मोबाइल नंबर से भवन के कब्जे और आवास प्रमाण के लिए आवेदन दिया गया था। इसके बाद सुधारनामा बनाकर सहायक उप पंजीयक कार्यालय से दस्तावेज़ की सत्यापित प्रति जारी करवाई गई। परंतु, असली मालिक श्री बिदवे ने जब यह जानकारी मिलने पर आपत्ति दर्ज करवाई, तो मामला खुलकर सामने आया। मामले में अधिवक्ता कमलेश साहू ने पैरवी
न्यायालय की सख्ती से खुली परतें
श्री बिदवे की शिकायत के आधार पर न्यायालय ने सुनवाई की और स्पष्ट पाया कि सुधारनामा और विक्रय की प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं हुई हैं। इसके बाद पुलिस को आदेश जारी कर तीन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 34 के तहत अपराध दर्ज करने का निर्देश दिया गया।
पुलिस विभाग और प्रशासन का बड़ा एक्शन
कोरबा पुलिस और जिला प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए आरोपी बिल्डर्स एंड डेवेलपर्स के संचालक सहित सहायक उप पंजीयक एवं अन्य की भूमिका की गहन जांच शुरू कर दी है। इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामले की विवेचना की जा रही है।