जांजगीर का दुर्गोत्सव इस बार होगा सबसे खास और भव्य! नवरत्नों से होगा माता रानी का श्रृंगार

जांजगीर में इस बार का दुर्गोत्सव ऐतिहासिक और यादगार होने वाला है। यहाँ का पंडाल म्यांमार के प्रसिद्ध श्वेत मंदिर की तर्ज पर सजाया जा रहा है, जो शांति और ब्रह्मांड के केंद्र का प्रतीक होगा। 140 फीट ऊँचा भव्य प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है।
इस चमचमाते शीशमहल में 35 फीट ऊँची माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमा विराजमान होगी। प्रतिमा कमल फूल के ऊपर लक्ष्मी स्वरूप में स्थापित की जाएगी। माँ का अद्भुत श्रृंगार हीरे, मोती, सोना, चांदी और नवरत्नों से किया जाएगा, जो श्रद्धालुओं के लिए दिव्य अनुभव होगा।
पंडाल की डिज़ाइन अक्षरधाम मंदिर की शैली में होगी, जिसके भीतर बना शीशमहल आकृति दर्शकों का मन मोह लेगा। रोशनी का जादू बिखेरने आएंगे कोलकाता के अंतरराष्ट्रीय कलाकार रियाज़ मोहम्मद और उनकी टीम। यहाँ लगाए जाएंगे 7 अल्ट्रा प्रोजेक्टर, जिनकी कीमत प्रति प्रोजेक्टर लगभग 3 करोड़ रुपये है।

साउंड सिस्टम की जिम्मेदारी रायपुर के मशहूर मुकुंद साउंड को दी गई है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह चाक-चौबंद रहेगी। सैकड़ों अग्निवीर जवान, 200 वॉलेंटियर और 50 से ज्यादा सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। पूरा कैंपस सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन मॉनिटरिंग से लैस होगा, जिसका कंट्रोल सीधे पुलिस कंट्रोल रूम से होगा।
माँ दुर्गा का दर्शन 22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक कराया जाएगा। इस बार का दुर्गोत्सव सिर्फ श्रद्धा और भक्ति का पर्व नहीं, बल्कि भव्यता और सुरक्षा का अद्भुत संगम बनने जा रहा है। यह आयोजन नैला में लगातार 42 वर्षों से परंपरा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है और इस बार का उत्सव अब तक का सबसे भव्य होने जा रहा है।