विकास के दावों को आईना दिखाती ये सच्ची तस्वीर। क्या चुनाव के समय ही याद करते है नेता। पूछ रही जनता?

ग्राम पंचायत सेंदरी में शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला के हालात बेहद खराब हैं। बच्चे आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर हैं। जर्जर भवन के कारण विद्यालय में ताला जड़ दिया गया है, जिससे छात्र-छात्राओं को शिक्षा के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
विद्यालय के लिए 16 लाख रुपये की लागत से अतिरिक्त कक्ष बनाए गए हैं, लेकिन 110 बच्चों और चार शिक्षकों के लिए केवल दो कमरे ही उपलब्ध हैं। एक कमरे का उपयोग कक्षा के लिए और दूसरे को कार्यालय बना दिया गया है। शेष दो कक्षाओं को नजदीकी प्राथमिक शाला में समायोजित किया गया है।
प्रशासन की लापरवाही से स्थिति यह है कि प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला को दो पालियों में संचालित करना पड़ता है। सुबह प्राथमिक शाला और दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक पूर्व माध्यमिक शाला लगाई जाती है, जबकि प्रदेश के सभी स्कूलों का समय 10 बजे से 4 बजे तक तय है।
इतना ही नहीं, बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन पकाने हेतु न तो किचन सेट है और न ही भोजन करने की उचित व्यवस्था। प्रशासन को कई बार लिखित जानकारी दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही नया भवन उपलब्ध नहीं कराया गया तो बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी और कभी भी हादसा हो सकता है।