किसानों की समस्याओं को लेकर पामगढ़ विधायक हरबंश ने कलेक्टर को लिखा पत्र

जांजगीर चांपा। पामगढ़ विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश ने धान खरीदी केन्द्रो में धान बेचने में किसानों को फसल रकबा एवं फसल एंट्री में गिरदावरी और डिजिटल क्राप सर्वे (डीजीएस) के समायोजन में तकनीकी त्रुटि सुधार के लिए कलेक्टर को पत्र लिखकर किसानों को आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण करने की मांग की है।
पामगढ़ विधायक श्रीमती हरवंश ने कलेक्टर को लिखे पत्र कहा है कि वर्तमान में धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी का कार्य प्रारंभ हो चुका है,परंतु अधिकांश किसानों को धान बेचने में कई प्रकार की दिक्कतें आ रही है। जिससे कृषक वर्ग परेशान हो रहे है
उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में बताया कि डिजिटल क्राप सर्वे (डीजीएस) के दौरान फसल एंट्री में कुछ रकबा का “अन्य धान” एंट्री किया गया था, जो कि विभाग से एप्रुवल भी हुआ है। परन्तु वर्तमान में एकीकृत पोर्टल में अन्य धान के बजाय “अन्य फसल” दिखा रहा है, जिससे किसान के उक्त रकबे के फसल को धान खरीदी केन्द्र में नहीं लिया जा रहा है। किसान इसके सुधार एवं भौतिक सत्यापन हेतु इधर-उधर भटक रहे है।
पोर्टल में पंजीकृत रकबा का वर्तमान में भौतिक सत्यापन कर पाना भी संभव प्रतीत नही हो रहा है, क्योंकि अधिकांश फसल कट चुकी है।
विधायक हरबंश ने कहा कि संबंधित विभाग को निर्देशित किया जाए कि एकीकृत पोर्टल में प्रदर्शित “अन्य फसल” को अन्य धान मानकर किसानों से धान खरीदी की जाए।
किसानों को धान बेचने में एक बहुत बड़ी समस्या सामने आ रही है, वह है रकबा की। किसानों का रकबा ही गायब हो जा रहा है। इसके साथ ही गिरदावरी एवं डीजीएस सर्वे में मेल नही हो रहा है। इन सभी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सभी किसानों के पास धान भंडारण एवं रख रखाव की सुविधा नही होती। ऐसे में उनकी कड़ी मेहनत की कमाई का उचित लाभ नही मिल पाएगा और अंत में सरकार को धान नही बेच पाने के कारण अपनी खुन-पसीने की कमाई को उल-जूलूल भाव में बिचौलियों को बेचने मजबूर हो जाएंगें।
उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि धान खरीदी केन्द्रो में धान बेचने में किसानों को आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण करे ताकि उनके मेहनत की कमाई का सही दम मिल सके।
धान खरीदी केन्द्रो में प्रति दिवस खरीदी का लिमिट बढ़ाई जाए : हरबंश
पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश ने कलेक्टर से मांग की है कि वर्तमान में सभी धान उपार्जन केन्द्रों में प्रति दिवस धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है वह पर्याप्त नही है। वर्तमान में किसानों का 80 प्रतिशत धान कट चुका है तथा किसानों का टोकन कम कटने के कारण खरीदी केन्द्रों में धान बेच नही पा रहे है। इससे किसानों की समस्याएँ बढ़ रही है। इस प्रकार धान उपार्जन केन्द्रों में धान विक्रय के संबंध में अनेक किसानों को समस्याएँ हो रही है। किसानों की समस्याओं को ध्यान रखते हुए धान उपार्जन केन्द्रों में प्रति दिवस धान खरीदी लिमिट बढ़ाई जाए ताकि निर्धारित समय में किसान अपना धान सहजता से बेच सके।