छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

जामुन का सत्यापन करने किसान स्कूल पहुँचे लखनऊ के वैज्ञानिक डॉ अंशुमान सिंह

कृषक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार को दिसंबर 2016 में भेजा था रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन

जांजगीर चांपा। पौध किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के समक्ष जिले के एक छोटा सा गांव में रहने वाले प्रगतिशील युवा किसान दीनदयाल यादव ने दिसंबर 2016 में छत्तीसगढ़ की 36 प्रमुख भाजियों समेत जंगली पीला गेंदा, बेल, अनार, जामुन, केला, नारियल और अन्य पौधों का रजिस्ट्रेशन के लिए निर्धारित प्रारूप में उप संचालक कृषि व कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता के अनुसंशा कराकर प्रस्तुत किया था।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अंतर्गत उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित सीआईएसएच के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अंशुमान सिंह किसान स्कूल बहेराडीह पहुँचे और जामुन का पेड़ तथा अन्य सभी प्रकार की जानकारी आवेदनकर्ता के अनुसार जानकारी प्राप्त किया। जामुन के पेड़, तना, छाल, पत्तियां, फूल, फल, गुठली, का लंबाई, चौड़ाई,वजन अन्य जानकारियां एकत्रित किया गया। वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक व प्रगतिशील किसान दीनदयाल यादव ने बताया कि दिसंबर 2016 में पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण, संसद के अधिनियम द्वारा निर्मित सांविधिक निकाय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के समक्ष जामुन का रजिस्ट्रेशन के लिए शासन के द्वारा निर्धारित प्रपत्र को भरकर कृषि विभाग के उप संचालक और कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता के अनुशंसा से आवेदन प्रस्तुत किया था। जिनका सत्यापन करीब पांच साल पहले एक बार किया गया था और उसके बाद दूसरा बार फिर से जामुन के खूबियों को लेकर उनके सम्पूर्ण जानकारी आवेदनकर्ता के अनुसार भारत के उत्तर प्रदेश स्थित सीआईएसएच लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अंशुमान सिंह ने एकत्रित कर सेम्पल आवश्यक अनुसंधान के लिए लिया है।


बेल और जंगली पीला गेंदा का मिला रजिस्ट्रेशन

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के उत्तर प्रदेश में स्थित सी आई एस एच लखनऊ के वैज्ञानिकों के द्वारा भौतिक सत्यापन करने के बाद वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव के नाम पर रजिस्ट्रेशन किया गया है।

अनार का शीघ्र मिलेगा रजिस्ट्रेशन

प्रगतिशील युवा किसान दीनदयाल यादव ने बताया कि उन्हें बहुत जल्दी ही अनार का रजिस्ट्रेशन उनके नाम पर होने की जानकारी शासन में मिली है। उन्होंने बताया कि सालभर पहले ही महाराष्ट्र प्रदेश के सोलापुर की वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक के द्वारा मोके पर पहुँच कर एक बार भौतिक सत्यापन की कार्यवाही किया जा चुका है। दूसरे बार भौतिक सत्यापन के लिए कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार दिल्ली के वैज्ञानिक एक बार फिर से किसान स्कूल परिसर में लगे अनार का भौतिक सत्यापन करने पहुचेंगे। उसके बाद अनार का भी रजिस्ट्रेशन प्रगतिशील युवा किसान दीनदयाल यादव ने नाम पर किया जाएगा।