राज्य के पंजीकृत वैद्यों को प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र देगी सरकार: मुख्यमंत्री साय

0 मुख्यमंत्री बोले — पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली हमारी सांस्कृतिक पहचान है
रायपुर। राज्य सरकार अब प्रदेश के सभी पंजीकृत वैद्यों को प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान करेगी, ताकि उन्हें पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से लोगों का इलाज करने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पारंपरिक वैद्य प्रणाली छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान है और इसे बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है।
राजधानी के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लोकल टू ग्लोबल” विजन को ध्यान में रखकर पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली को मजबूत बना रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वैद्यों को प्रमाणन और प्रशिक्षण देने के लिए आयुष मंत्रालय का गठन किया गया है, जिससे पारंपरिक वैद्यों की पहचान को कानूनी मान्यता मिलेगी। सम्मेलन में विभिन्न जिलों से आए वैद्यों ने जड़ी-बूटी आधारित उपचार विधियों की प्रदर्शनी भी लगाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पारंपरिक वैद्यों को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाएगी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली औषधीय जड़ी-बूटियों के संरक्षण और उपयोग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
उन्होंने कहा — “हमारे वैद्य न केवल बीमारियों का इलाज करते हैं, बल्कि समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में काम करते हैं। यह हमारी परंपरा और गौरव का विषय है।”