छत्तीसगढ़देश- विदेश

पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ, मथुरा द्वारा “विद्या वाचस्पति (डॉक्टरेट मानद उपाधि)” सारस्वत सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ, मथुरा के तत्वावधान में हॉटल रेडिशन ब्लू सभागार दिल्ली में 26 अक्टूबर2025 को “विद्या वाचस्पति (डॉक्टरेट मानद उपाधि) सारस्वत सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता कुलपति डॉ. इन्दु भूषण मिश्रा ने की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. अरविन्द कुमार, पूर्व कुलपति, रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. रविन्द्र द्विवेदी (शिक्षक एवं साहित्यकार) जांजगीर-चांपा,डॉ. गोखले सच्चिदानंद रायजी मंचासीन थे।इस अवसर पर पं दीनदयाल उपाध्याय विद्या पीठ के राज आर्यन तिवारी, प्रदीप तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे।

इस अवसर पर शिक्षा, साहित्य, समाज सेवा, पत्रकारिता, महिला सशक्तिकरण तथा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को विद्या वाचस्पति (डॉक्टरेट की मानद उपाधि) से सम्मानित किया गया।

छत्तीसगढ़ राज्य से तरूण कुमार राठौर (कोरबा),भुवनेश्वर देवांगन (जांजगीर-चांपा) तथा पीललाल पटेल (सक्ती)को शिक्षा, साहित्य, पर्यावरण संरक्षण एवं हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु विशिष्ट योगदान के लिए “विद्या वाचस्पति” सारस्वत मानद उपाधि से अलंकृत किया गया।

कार्यक्रम में जिला जांजगीर-चांपा के सुप्रसिद्ध शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ. रविन्द्र द्विवेदी को विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन कर शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

अपने उद्बोधन में पद्मश्री डॉ. अरविन्द कुमार ने शिक्षा में नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि “शिक्षा समाज परिवर्तन का सशक्त माध्यम है।” उन्होंने हिंदी भाषा की महत्ता और पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन दर्शन पर भी प्रेरक विचार रखे।

डॉ. रविन्द्र द्विवेदी ने अपने संबोधन में शिक्षा के सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्य को रेखांकित करते हुए पर्यावरण संरक्षण पर काव्यात्मक शैली में “पेड़ की पीड़ा” शीर्षक प्रेरक काव्य प्रस्तुत किया, जिसे श्रोताओं ने भावविभोर होकर सराहा।

कार्यक्रम के अंत में कुलपति डॉ. इन्दु भूषण मिश्रा ने सभी सम्मानित जनों को बधाई देते हुए कहा कि “विद्या वाचस्पति उपाधि उन विभूतियों के प्रति विद्यापीठ का सम्मान है जिन्होंने समाज में शिक्षा और संस्कृति की ज्योति प्रज्वलित की है।”

इस अवसर पर देशभर से आए साहित्यकारों, शिक्षाविदों, पत्रकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति रही।

छत्तीसगढ़ में इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रेस क्लब चांपा, के कुलवंत सिंह सलूजा, शैलेष शर्मा, मूलचंद गुप्ता, भृगुनंदन शर्मा, गौरव गुप्ता, विक्रम तिवारी, शशिभूषण सोनी, छतीसगढ शिक्षक संघ के संगठन मंत्री ओंकार सिंह ठाकुर, प्रांताध्यक्ष संजय ठाकुर, मनोज राय, प्रमोद हंसराज, धन्य कुमार पाण्डेय, विजय थवाईत, राजेन्द्र जायसवाल, लक्ष्मीनारायण तिवारी, प्रदीप श्रीवास, जय तिवारी,बीरबल प्रसाद सोनवानी, नरेंद्र वैष्णव, वीरेंद्र डड़सेना, लम्बोदर भारद्वाज , मानसिंह राठिया,हबेलसिह अघरिया,राधारमन श्रीवास ईश्वर शर्मा छोटे लाल पटेल श्रीमती ज्योति सिंह आदि ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

Leave a Reply