कोरबा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। सुदूर वनांचल गांव में मां के साथ नहाने गए डेढ़ वर्षीय बालक की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। उसके शव को मुर्दाघर के अभाव में घर पर रख परिजन पूरी रात निगरानी करते रहे। अपने कलेजे के टुकड़े को हमेशा के लिए खो चुके पिता पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के लिए सरकारी चार पहिया वाहन तक नसीब नहीं हुआ। वह बड़े भाई के साथ मासूम की लाश को करीब 55 किलोमीटर दूर बाइक से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा। तब कहीं जाकर पीएम की कार्रवाई पूरी हो सकी।