चांपा थाना में हुई शांति समिति की बैठक, गणेश विसर्जन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की गई अपील
जांजगीर-चांपा। गणेश उत्सव के लिए चांपा जाना जाता है। यहां के गम्मत और लगने वाले मेले की पहचान पूरे अंचल में है। लेकिन गम्मत में होने वाले विवाद को देखते हुए इस पूर पूरी तरह नकेल कस गया है। अब गम्मत के लिए अनुमति अनिवार्य है। गणेश उत्सव शांतिपूर्ण तरीके से मनाने और खासकर विसर्जन में किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसे ध्यान में रखते हुए आज चांपा थाना में शांति समिति की बैठक हुई।
चांपा थाना में त्योहारों के मद्देनजर आयोजित शांति समिति की बैठक में पुलिस एसडीओपी यदुमणि सिदार व चांपा टीआई मनीष परिहार ने नगरपालिका अध्यक्ष जय थवाईत, नायब तहसीलदार सहित अन्य अफसरों की मौजूदगी में शहर व क्षेत्र के गांवों में गणेश विसर्जन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। बैठक में चांपा शहर और थाना क्षेत्र के गांवों की गणेश समिति के लोगों से एसडीओपी ने कहा कि गणेश विसर्जन के दौरान सावधानी जरूरी है। गणेश विसर्जन सुबह 9 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक ही किया जाए। वहीं डीजे के लिए अनिवार्य रूप से सक्षम अधिकारी से अनुमति ली जानी चाहिए। खासकर नदी तालाबों में विसर्जन के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए गणेश समिति के लोगों को समझाइश दी गई। एसडीओपी ने कहा कि जिस भी वाहन में गणेश विसर्जन किया जाना है, उसके ड्राइवर का लाइसेंस और वाहन का बीमा होना चाहिए। वहीं एक वाहन का विसर्जन पूर्ण होने के बाद ही दूसरा विसर्जन के लिए वाहन को तय ़जगह तक ले जाया जाना चाहिए। टीआई मनीष परिहार ने कहा कि चांपा व थाना क्षेत्र के गांवों में खासकर गम्मत कराने से पूर्ण अनुमति अनिवार्य है। बगैर अनुमति गम्मत सहित अन्य कार्यक्रम कराए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। इन सब बातों को ध्यान से सुनने के बाद समिति के लोगों ने अपनी सहमति जताई।