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मोहन मरकाम को कैबिनेट मंत्री बनने पर पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के प्रदेश महासचिव गिरधारी यादव ने बधाई देते हुए भेंट किया किया भगवत गीता

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर अपना 3 वर्ष के कार्यकाल से 1 वर्ष अधिक का कार्यकाल पूरा करने के बाद मोहन मरकाम को कांग्रेस हाईकमान ने कैबिनेट मंत्री बनाने का निर्देश देकर बघेल सरकार को एक तरह से मोहब्बत की दुकान लगाने व मिलकर साथ चलने आदेश दे दिया है।

बदलती हुई राजनीतिक फिजा में कांग्रेसी कांग्रेसी भाई भाई का नारा बुलंद होने लगा है। कभी बघेल के अध्यक्षीय कार्यकाल कैंप में शामिल होकर रायपुर में प्रभारी सचिव का दायित्व निभा चुके जांजगीर चांपा विधानसभा के वक्ता गिरधारी यादव ने मोहन मरकाम को केबिनेट मंत्री बनाए जाने पर उनके रायपुर निवास पहुचकर फूलों का गुलदस्ता देने के साथ-साथ भागवत गीता भेंट कर बधाई दी। साथ ही कर्मण्ये वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचनन, सिद्धांत पर चलने संदेश दिया है। वैसे देखा जाए तो इस समय श्री मरकाम को गीता की ही आवश्यकता है। जहां पर कर्म की प्रधानता के गुणसूत्र समाहित है। पिछड़ा वर्ग कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव श्री यादव की मोहन मरकाम से मुलाकात को कोई नई नहीं है। बताया जाता है इससे पूर्व चांपा नगर में मरकाम के आगमन पर जोर शोर से स्वागत उनका प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पहले भी वे कर चुके हैं। श्री यादव ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान यह चाहती है कि किसी भी नेता का अपमान न हो, इसलिए उन्होंने श्री मोहन मरकाम को पद निवृत होने के तुरंत बाद कैबिनेट मंत्री के पद से नवाजे जाने का आदेश दिया है। इसे ही मोहब्बत की दुकान कहते हैं। मोहन मरकाम व बघेल जी के बीच दूरी वाली बात पर उन्होंने मुस्कुरा के मरकाम को भूपेश बघेल के आशीर्वाद लेकर मंत्री पद स्वीकार किये जाने की बात पर जोर दिया और इसे कांग्रेस की खूबसूरती बताया। श्री यादव ने शिष्टाचार के साथ पार्टी की मजबूती एकजुटता आगामी विधानसभा चुनाव में आवश्यक कहा। क्षेत्र में अपनी सक्रियता पर उन्होंने कहा कि वे 1994 में कालेज प्रेसीडेंट बनने के बाद से ही सक्रिय है। अनेक पदों पर काम करते हुए जनता से सरोकार और जन जन से प्यार उनका नारा है, जिसे आगे बढ़ाते रहेंगे। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने की इच्छा पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इच्छा नहीं परीक्षा होती है। प्रत्याशी बनने की कसौटी पर यदि वे खरे उतरते हैं तो निश्चित तौर पर चाहेंगे कि वह अपनी उम्मीदवारी मजबूती के साथ रखेंगे। बता दें कि अपने बेबाकी राजनीति व जनहित के लिए संघर्ष के साथ गिरधारी यादव ने कांग्रेस पार्टी के अंदर अलग मुकाम स्थापित किया है। सहज सरल मिलनसार उनका व्यक्तित्व जन-जन को भाता है, जिसकी बदौलत वे कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं।