रायपुर. नियमितीकरण के वादे को पूरा करने के लिए हड़ताल पर बैठे प्रदेश के संविदा कर्मचारियों की सुध सरकार नहीं ले रही है, जिससे नाराज कर्मचारियों ने रायपुर तूता धरना स्थल पर सामूहिक रूप से 17 जुलाई को हरेली के अवसर पर जेल भरने के लिए हुंकार भरी. हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगाए जाने के विरोध में संविदा कर्मचारी सामूहिक त्यागपत्र सौंप चुके हैं. छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने का अधिकार है.
सरकार अपना नियमितिकरण का वादा पूरा करने, संवाद स्थापित करने की बजाय संविदा कर्मचारियों की आवाज को दमनपूर्वक दबा रही है. हम आज भी स्थायित्व और सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा का कहना है कि सरकार संवेदनशीलता पूर्वक कदम उठाना था, लेकिन वह दमन पर उतारू है. इसके विरोध में संविदा कर्मचारी 17 जुलाई को हरेली तिहार के दिन जेल भरो आंदोलन करेंगे. महासंघ के मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ कर्मचारियों पर लगाया गया एस्मा कानून तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए. कांग्रेस सरकार ने अपने जन घोषणा पत्र में यह वादा किया गया कि समस्त संविदा कर्मचारियों की नियमितीकरण किया जाएगा. इसी वादे को पूरा करने हम अपील कर रहे हैं. लेकिन यह दुर्भाग्यजनक है कि पौने पांच साल बाद भी हमें सड़क पर आकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़नी पड़ रही है.