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पौधे धरती का श्रृंगार है इसका संवर्धन और संरक्षण करेंः ताराचंद रत्नाकर, छायादार, फूलदार एवं फलदार पौधों हुआ रोपण

जांजगीर-चांपा। पौधे धरती का श्रृंगार है, इसका संवर्धन एवं संरक्षण करें। ये बातें सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति के संरक्षक ताराचंद रत्नाकर ने छत्तीसगढ़ के लोकपर्व हरेली के पूर्व आयोजित वृहद पौधारोपण कार्यक्रम में कही। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पेड़ मनुष्य के लिए प्राणवायु आक्सीजन देते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण कर वातावरण को शुद्ध और शीतल बनाने में सहायता करते हैं। हमें पर्यावरण के सभी घटकों को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए सतत प्रयत्न करना चाहिए।

बता दें कि 16 जुलाई को सूर्यांश प्रांगण सिवनी में आयोजित वृहद पौधरोपण कार्यक्रम में प्रसाद जी, रामनारायण प्रधान, शुक्ला प्रसाद सूर्यवंशी, मोहरसाय खरसन, देवकुमार सूर्यवंशी, प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी, हरदेव टंडन, तीजराम लाठिया, श्याम कार्तिक सूर्यवंशी, बूंदराम सूर्यवंशी, गुलशन खरसन, अशोक प्रधान, रमेश सूर्यवंशी, उषा बनवा, रंजीता यादव, सरदेश लदेर सहित बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।

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