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बाबा अमरनाथ दर्शन कर वापस लौटने पर श्रद्धालुओं का बिलासपुर में हुआ आतिशी स्वागत, हसदेव यात्रा समिति ने निकाली थी यात्रा

चांपा। हसदेव यात्रा समिति विगत कई वर्षों से छग के विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं को धार्मिक यात्रा का आयोजन करते हुए देश के प्रमुख और प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों का दर्शन करवाते आ रही है। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए समिति ने बाबा अमरनाथ, माँ वैष्णोदेवी कश्मीर का दर्शन सावन मास में कराये जाने का निर्णय लिया। 14 जूलाई को प्रारंभ हुई यह यात्रा 22 जुलाई को अपने पहले पड़ाव कटरा स्थित माँ वैष्णोदेवी के दरबार पहुंची, जहां वे माता रानी का दर्शन कर सभी ने अपनी सुख समृद्धि की कामना की। अलग अलग टोलियों में यात्रा में शामिल बाबा के भक्तों ने घोड़ा पालकी की माध्यम से बाबा बर्फानी का दर्शन किया। इस कठिन यात्रा को बुजुर्ग व महिलाओं भक्तों ने बिना कोई चेहरे में सिकन लाए बाबा अमरनाथ का दर्शन कर भावविभोर हो उठे। यात्रा के दौरान प्राकृतिक वादियों का जमकर लुफ्त उठाया। यात्रा के अंतिम पड़ाव में कश्मीर की वादियों, शिकारा और डलझील स्थित हाउसबोट का आनंद उठाते हुए विश्राम किया। समिति की चाक चौबंद व्यवस्था से खुश यात्रा में शामिल सभी भक्त आज 23 जुलाई को अपने गृहनगर सकुशल पहुँच गए। इसके पूर्व बाबा अमरनाथ दर्शन कर वापस लौटने पर श्रद्धालुओं का बिलासपुर में हुआ आतिशी स्वागत हुआ।

बाबा अमरनाथ दर्शन कर वापस लौटने पर श्रद्धालुओं का बिलासपुर में हुआ आतिशी स्वागत, हसदेव यात्रा समिति ने निकाली थी यात्रा चौथा स्तंभ || Console Corptech

यात्रा के दौरान अविस्मरणीय पल रहा
हसदेव यात्रा चांपा द्वारा इस नौ दिवसीय यात्रा के लिए फ्लाइट, हेलीकॉप्टर और ऐसी कोच के माध्यम से यात्रा कराई गई। यात्रा के दौरान कटरा से लेकर, वापसी कटरा रेलवे स्टेशन तक की व्यवस्था (ट्रेवल एजेंट) को छोड़कर सम्पूर्ण व्यवस्था समिति की रही। समिति के सदस्य ट्रेन में उपस्थित सभी यात्रियों की छोटी से छोटी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हर व्यवस्था समय में उपलब्ध कराती रही। यात्रा के प्रारंभ में रायपुर से दिल्ली के लिये हजारों फीट ऊंची हवाई मार्ग से भरी उड़ान में यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का भोलेनाथ की अंगवस्त्र दुपट्टा व तिलक लगाकर आत्मीयता से स्वागत किया गया जो यात्रा दौरान अविस्मरणीय पल रहा।

ट्रेवल एजेंट ने किया निराश
हसदेव यात्रा चांपा द्वारा अमरनाथ यात्रा के लिए फ्लाइट, हेलीकॉप्टर और ऐसी कोच के माध्यम से यात्रा कराये जाने का संकल्प लिया था। कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाके में अपनी प्रथम अमरनाथ यात्रा और इस क्षेत्र में अपनी कम अनुभव के कारण यात्रा को सरल व व्यवस्थित बनाने के लिए समिति ने ट्रेवल एजेंट को हेलीकॉप्टर सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए अनुबंध किया था, लेकिन ट्रेवल एजेंट अमरनाथ दर्शन के लिए समिति के आशानुरूप हेलीकॉप्टर सुविधा की व्यवस्था नही करा पाया। इससे यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को निराशा और पीड़ा का सामना करना पड़ा, लेकिन इस कठिन परिस्थितियों में भी बाबा के भक्तों ने अपने जोश को कम होने नही दिया और बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ इस कठिन डगर को पार कर बाबा अमरनाथ का साक्षात दर्शन कर भावविभोर हो उठे।

बाबा अमरनाथ दर्शन कर वापस लौटने पर श्रद्धालुओं का बिलासपुर में हुआ आतिशी स्वागत, हसदेव यात्रा समिति ने निकाली थी यात्रा चौथा स्तंभ || Console Corptech

भैरव विदाई, कन्या भोज व सम्मान 30 को
चांपा सेवा संस्थान और हसदेव यात्रा द्वारा चार ज्योतिर्लिंग, द्वारिकाधीश धाम और माउंटआबू का 900 श्रद्धालुओं को स्पेशल ट्रेन द्वारा और 86 यात्रियों को अमरनाथ का दर्शन कराया गया। यात्रा की सफलता उपरांत समिति की परम्परा अनुसार भैरव विदाई पूजन, कन्या भोज और यात्रा को सफल बनाने में अपना विशेष योगदान देने वाले सेवादारों का सम्मान किये जाने का विधान रहा है। इसी परंपरानुरूप 30 जुलाई 2023 रविवार को शाम 5 बजे से स्थान राणीसती दादी मंदिर लछनपुर चौक में भैरव विदाई, कन्या भोज और सहयोगियों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील समिति ने की है।