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सतनामी समाज की बेटी मंजूषा को मिला विहिप में प्रांत स्तर पर दुर्गावाहिनी सह-संयोजिका का बड़ा दायित्व, योग्यता और कार्य में सक्रियता की बदौलत हासिल किया मुकाम

जांजगीर-चांपा।  सतनामी समाज की एक बेटी ने अपनी योग्यता और कार्य में लगन की बदौलत बड़ा दायित्व पाया है। विश्व हिन्दू परिषद प्रांत छत्तीसगढ़ के बैनर तले 21 से 23 जुलाई तक आयोजित प्रांतीय बैठक में श्रीमती मंजूषा पाटले को उनकी योग्यता और संगठन में सक्रियता को देखते हुए प्रांत स्तरीय दायित्व दिया गया है। प्रांत में अब उनका दायित्व प्रान्त टोली की सदस्य तथा दुर्गावाहिनी की सहसंयोजिका का होगा ।

बता दें कि श्रीमती पाटले नागरिक (सिविल) अभियांत्रिकी में स्नातक हैं। बीते मई-जून 2022 को महासमुंद जिले में आयोजित दुर्गावाहिनी के प्रांतीय अभ्यास वर्ग में उन्होंने पहली बार सम्मिलित होकर दुर्गावाहिनी की सामान्य कार्यकर्ता के रूप में भाग लिया। प्रशिक्षण अवधि में इनकी लगन, शिक्षण में रुचि और निपुणता को देखते हुए विहिप प्रांत टोली ने जिला जांजगीर चांपा के लिए दुर्गावाहिनी सह-संयोजिका का दायित्व दिया गया। ये निरंतर सक्रिय रहकर दुर्गावाहिनी को सुदृढ़ करने में जुटी रहीं। इनकी बौद्धिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए विहिप प्रान्त टोली ने कोरबा जिले में माह दिसंबर 2022 को आयोजित दुर्गावहिनी के प्रांतीय वर्ग में बौद्धिक प्रमुख का दायित्व दिया गया, जिसे इन्होंने सफलतापूर्वक निभाया। इनकी बौद्धिक और शारीरिक निपुणता के कारण इन्हें विहिप कोरबा विभाग (संभाग) में सह-मंत्री का दायित्व सौंपा गयां इनकी कर्मठता और संगठन के प्रति समर्पण भाव ने इन्हें आज विहिप प्रान्त छत्तीसगढ़ के दुर्गावाहिनी सह-संयोजिका पद तक पहुंचाया है। समाज के लोगों का कहना है कि श्रीमती पाटले का कार्य सतनामी समाज को गौरवान्वित करने का है। विहिप प्रान्त छत्तीसगढ़ के कार्याध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा, प्रांतमंत्री विभूति भूषण पांडेय, प्रान्त संगठन मंत्री एवं प्रचारक जितेंद्र वर्मा और प्रान्त टोली ने सतनामी समाज की बेटी की योग्यता को परखकर महज एक वर्ष की अवधि में प्रान्त स्तर पर महत्वपूर्ण स्थान दिया है, जो समाज के लिए काफी उल्लेखनीय है।