अविश्वसनीयः कसेरपारा चांपा में बाल स्वरूप के हनुमान जी का अद्भुत दर्शन, हनुमान जी ने 200 वर्ष पुराना अपना सिंदुरी चोला छोड़ा, दर्शन के लिए उमड़ रही भक्तों की भीड़
जांजगीर-चांपा। चांपा के हटवारा चौक में कई दर्शकों से राम सप्ताह का आयोजन होते आ रहा है। यहां बाल स्वरुप में करीब 200 साल पुरानी एक हनुमान जी की प्रसिद्ध मूर्ति भी हनुमान चौक कसेरपारा चांपा में स्थापित की गई थी। अधूरे मंदिर का निर्माण कृष्ण गोपाल सोनी ने करवाया था। यह मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। यहां हर मंगलवार और शनिवार को आरती में सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती हैं। प्रतिदिन यहां हनुमान जी की मूर्ति की पूजा-अर्चना होते आ रही थी।
आज़ सुबह-सुबह एक ऐसी घटना हुई, जिसे खुले आंखों से विश्वास कर पाना कठिन सा लगता है। लेकिन यह सच्चाई सबके सामने है। शशिभूषण सोनी ने बताया कि आज सुबह जब हनुमान जी की रोज की तरह पूजा अर्चना हुई, तभी अचानक 30-40 किलो का भारी भरकम चोला हनुमान जी ने स्वयं उतार दी और उतारते किसी की नज़र भी नहीं पड़ी।
आश्चर्य की बात यह है कि हनुमान जी के चोले में किसी तरह की टूट-फूट भी नहीं थी। चोला के अंदर से पुराना 1836 का सिक्का और चांदी का नयन मिला। इससे यह आभास होता हैं कि मूर्ति 200 वर्ष प्राचीन हैं। चोला उतरते ही 200 साल पुरानी बाल हनुमान की मूर्ति बगैर चोले की रह गई। इस घटनाक्रम को देखने वहां सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने कीर्तन-भजन के साथ चोला का विधि-विधान से हसदेव सरिता में विसर्जन किया। शाम को बाल स्वरूप की हनुमान जी की प्रतिमा पर नया चोला चढ़ाकर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। अभी भी भक्तों का बाल स्वरूप के हनुमान जी का दर्शन करने का दौर चल रहा है।