छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

बहेराडीह की महिलाएं पेड़ पौधों को बांधेगी राखी, प्रकृति के बीच राखी तिहार मनाने की सभी तैयारी पूर्ण

जांजगीर-चांपा। जिले में बहेराडीह एक ऐसा गाँव है, जहां के किसान स्कूल में प्रतिवर्ष दो दिन राखी तिहार अर्थात रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। यहां की महिलाएं और स्कूली बच्चे रक्षाबंधन पर्व के दूसरे दिन पेड़ पौधों को राखी बांधकर प्रकृति को बचाने का लोगों को संदेश देतीं हैं। इस प्रकृति के बीच आयोजित राखी तिहार में गांव की महिलाओं के अलावा जिले के महिला जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्त्ता, पर्यावरण प्रेमी और अधिकारी कर्मचारी बड़े उत्साह के साथ शामिल होते हैं।

नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन बहेराडीह की अध्यक्ष रम्भा और सचिव पुष्पा यादव ने बताया कि किसान स्कूल बहेराडीह में प्रतिवर्ष रक्षाबंधन का पर्व दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन बहनें अपने भाई के हाथ की कलाई में रक्षासूत्र बांधती हैं। दूसरे दिन पेड़ पौधों को राखी बांधकर प्रकृति की रक्षा का संकल्प और दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देतीं हैं। प्रकृति के बीच राखी तिहार के दिन शाम को भोजली की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर विसर्जन किया जाएगा। इस पर्व में महिला जनप्रतिनिधि, समाजसेविका, पर्यावरण प्रेमी, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारियों को आमंत्रित किया जायेगा।

भोजली प्रतियोगिता 31 को
नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन बहेराडीह के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले साल की तरह इस बार भी भोजली प्रतियोगिता का आयोजन प्रकृति राखी तिहार के अवसर पर किया जा रहा है। प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार ढाई हजार रुपए, दूसरा पुरस्कार डेढ़ हजार रुपए, तीसरा पुरस्कार एक हजार रुपए और तीन लोगों को पांच पांच सौ रुपए सांत्वना पुरुस्कार समाजसेवी डॉ. सुरेश कुमार देवांगन के सौजन्य से प्रदान किया जायेगा। प्रकृति राखी तिहार और भोजली प्रतियोगिता कार्यक्रम कर्मा नर्तक दल, बाजे गाजे के साथ आयोजित किया जायेगा।