छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

सड़कों से मवेशियों को हटाने चलेगा विशेष अभियान, जिला पंचायत सीईओ ने विभागीय अफसरों की बैठक लेकर दिए निर्देश

जांजगीर चांपा। सड़कों पर झुंड लगाने वाले मवेशियों को हटाने विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला पंचायत सीईओ डॉ. ज्योति पटेल ने पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, एनएच, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, जनपद पंचायत के सीईओ, मुख्य नगर पंचायत अधिकारी की बैठक ली, जिसमें उन्होंने सड़कों पर मवेशियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभागीय समन्वय बनाते हुए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।

अभियान के दौरान पशुपालकों के घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाए। सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को रेडियम बेल्ट लगाए जाएं। साथ ही जनजागरूकता अभियान चलाते हुए मुनादी कराई जाए। इसके साथ ही किसानों, पशुपालकों के साथ बैठक की जाए। इस दौरान उच्च अधिकारियों द्वारा मुख्य मार्गों का आकस्मिक निरीक्षण भी किया जाए, ताकि मुख्य मार्गों पर एक भी मवेशी दिखाई न दें। जिपं सीईओ ने कहा कि नेशनल हाइवे, राज्य एवं जिला के मुख्य मार्गो की सड़कों पर मवेशियों के विचरण एवं बैठे रहने से पशुओं के साथ ही आम जनता को दुर्घटना होने का खतरा रहता है। इन दुर्घटनों को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसमें गांव से लेकर शहर तक मुनादी कराई जाएगी, जिसमें पशुपालकों को अपने पशुओं को दिन में गौठान में भेजने और रात में घर में ही बांधने के निर्देश दिए जाएंगे। इसके बाद भी अगर कहीं पर सड़क पर मवेशी पाया जाता है तो पशुपालक के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाए।

सड़कों से मवेशियों को हटाने चलेगा विशेष अभियान, जिला पंचायत सीईओ ने विभागीय अफसरों की बैठक लेकर दिए निर्देश चौथा स्तंभ || Console Corptech
विभागीय अफसरों की बैठक लेतीं जिपं सीईओ।

जागरूकता अभियान के साथ होगी बैठकें
जिपं सीईओ ने बैठक में निर्देश दिए कि एसएडीओ, एआरईओ, ग्राम पंचायत सचिव, सरपंच, रोजगार सहायक, पशु चिकित्सक, गौठान समिति के सदस्यों के साथ मिलकर ग्रामीणों, पशुपालकों की बैठक का आयोजन किया जाए। बैठक में जिन सड़कों पर मवेशी बैठते हैं, उन सड़कों का चिन्हांकन और इन सड़कों से पशुओं को हटाएं जाने की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालकों के व्यवहार में परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाए। पशुओं को टैगिंग और रेडियम बेल्ट लगाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सभी विचरण करने वाले मवेशियों के लिए रेडियम बेल्ट लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए। मवेशियों को सड़कों से हटाकर गौशालाओं, गौठानों और कांजी हाउस में ले जाकर व्यवस्थित तरीके से रखा जाना है। इस दौरान मवेशियों का टीकाकरण भी नियमित रूप से किया जाए।