छत्तीसगढ़क्राइमसक्ती

1 लाख 97 हजार लूट की घटना निकली झूठी, पिस्टल अड़ाकर लूट करने की दर्ज हुई थी रिपोर्ट, रकम देखकर बिगड़ गई थी नौकर की नीयत, आप भी जानिए किस तरह दिया वारदात को अंजाम

सक्ती। गैस एजेंसी का पैसा लेने के लिए भेजे नौकर की नीयत बिगड़ और उसने लूट की झूठी कहानी रचकर 1 लाख 97 हजार रुपए पर हाथ साफ कर दिया। जब यह मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस ने नौकर से पूछताछ की तो वह ज्यादा देर अपने झूठ में कायम नहीं रह सका। उसने फाइनेंस में बाइक लेने और उसके किश्त जमा करने के लिए वह राशि हजम करने की सच्चाई बताई।

डभरा पुलिस को विक्रम अग्रवाल की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें उन्होंने कहा कि कुसुमझर गांव का चंद्रप्रकाश सिदार उसके पास काम करता है। उसने कंवली इंडेन गैस में बिक्री का पैसा लाने के लिए भेजा था। चंद्रप्रकाश ने किसी दूसरे मोबाइल से कॉल कर विक्रम को बताया कि पुटीडीह नाला को पार करने के बाद कुछ ही दूरी पर नकाबपोश बाइक सवार दो लोगों ने पिस्टल दिखाकर 1 लाख 97 हजार रुपए लूट लिया। बदमाशों ने उसकी बाइक की चाबी भी ले ली है। पुलिस ने लूट की ये खबर मिलते ही छानबीन शुरू कर दी। सीसीटीवी कैमरा भी खंगाला गया, लेकिन पूरा मामला जब संदिग्ध लगा, तब पुलिस ने चंद्रप्रकाश सिदार से बारीकी के साथ पूछताछ की, तब उसने अपना जुर्म स्वीकार किया। उसने जो कहानी बताई सभी सन्न रह गए उसने पुलिस को बताया कि फाइनेंस में बाइक खरीदी है और उसके किश्त जमा करने के लिए उस रकम को अपने पास रखने और उसे कोटमी के खेत में छिपाने की बात कही। उसने पुलिस को बताया कि बाइक की चाबी को धान के खेत में फेंका है। पुलिस ने पूरी रकम भी चंद्रप्रकाश के पास से बरामद कर ली है। वहीं आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।