0 भाजपा जिलामंत्री ओबीसी मोर्चा उमाशंकर साहू ने की सभी मामलें की लिखित शिकायत
0 निर्माण कार्यों को पेपर में खरीदी दिखाकर बिना बिल वाउचर के कई लाख रुपए गबन करने का आरोप
मालखरौदा। मालखरौदा जनपद सीईओ की मनमानी चरम पर है। नेताओं के दबाव में आकर ग्राम पंचायत सकर्रा के सचिव् को नियम विरुद्ध मौखिक आदेश पर कार्य करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिसका सीधी आरोप उन पर लग रहा है। सीईओ पर आरोप है की गई लिखित शिकायत को छुपाते हुए भ्रष्टाचार में संलिप्त होकर सरपंच को संरक्षण दिया जा रहा है।
आवेदक उमाशंकर साहू भाजपा जिला मंत्री सक्ती द्वारा जिस मामले की लिखित शिकायत 9 अक्टूबर 2021 को की गई थी। जिसकी शिकायत को नजर अंदाज करते हुए सीईओ के द्वारा मनमानी पूर्वक सचिव् को नियम विरुद्ध कार्य करने मौखिक आदेश पर उन पर खास दबाव बनाया जा रहा है। भाजपा के ओबीसी जिला मंत्री उमाशंकर साहू ने ग्राम पंचायत सकर्रा के भ्रष्टाचार के मामलें को गंभीरता से लेते हुए आरोप में बताया है कि ग्राम पंचायत सकर्रा के सरपंच पदमा बरेठ द्वारा एक नही कई अन्य निर्माण कार्यों को कागजों पर खरीदी दिखाकर बिना बिल वाउचर के कई लाख रुपए को गबन किया जा चुका है। जिसकी लिखित शिकायत को मालखरौदा जनपद सीईओ रूपेंद्र पटेल द्वारा जानबूझकर दबाया गया है। जिस मामलें में सीईओ को संलिप्त होने एवं भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का उन पर आरोप लगाया है। मामले में आगे बताया कि जनपद सीईओ को शासन के नियम पालन करने वाली बात याद नहीं आई तो दूसरी तरफ सकर्रा सचिव को प्रभार देने का मौखिक दबाव बनाया जा रहा है। मामले को लेकर भाजपा जिला मंत्री उमाशंकर साहू द्वारा सीईओ को बात करने पर शासन की नियम के पालन करने की बात जनपद सीईओ द्वारा कहा गया, लेकिन उमाशंकर साहू के लिखित शिकायत 9/10/2023 वाली बात कहा गया तो उसका जवाब लडखडाने लगा। जिससे स्पष्ट प्रमाणित हो रहा है कि जनपद सीईओ अभी सकर्रा के भ्रष्टाचार में संलिप्त है। आगे उन्होंने कहा कि इस तरह सचिव व् रोजगार सहायकों को दबाव पूर्वक काम करने की स्थिति में उसको बड़ी कार्यवाही का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। कहा कि अभी नई सरकार की शपथ नहीं हुई है और अभी से मालखरौदा के जनपद सीईओ का मनोबल बढ़ता जा रहा है। आगे भाजपा के जिला मंत्री उमाशंकर साहू ने कहा है कि ग्राम पंचायत सकर्रा का जितनी भी लंबित शिकायत का स्वतंत्र जांच पूर्व सचिव को दबाव बनाकर राशि आहरण कराया जाता है या शिकायत से संबंधित निर्माण कार्यों को जांच के डर से प्रारंभ किया जाता है तो जिसकी जवाबदार एवं देनदार मालखरौदा के प्रभारी सीईओ रूपेंद्र पटेल की होगी जिसकी चेतावनी दी है। मामले की शिकायत में आगे उन्होंने कहा है कि सभी लंबित शिकायतों को उसके समक्ष स्वतंत्र जांच के बाद ग्राम पंचायत सकर्रा में नियम अनुसार कार्य कराने पर प्रभारी सीईओ रूपेंद्र पटेल सुरक्षित रह सकते है। ग्राम पंचायत सकर्रा के उलझनों और लफड़े में रहने पर उस पर कभी भी बड़ी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। जिसकी चेतावनी दी है।
कांग्रेस शासन के घमंड मे किया गया भ्रष्टाचार
कांग्रेस शासन के घमंड मे खुलेआम ग्राम पंचायत सकर्रा में भ्रष्टाचार किया गया है। अब भाजपा की सरकार में शपथ के बाद एक-एक भ्रष्टाचार उजागर होंगे। वही मामलें मे संलिप्त अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गाज गिरेगी।
शिकायत में चल रही शिकायत
मेरे द्वारा सचिव पर कोई दबाव नही बनाया जा रहा है। लिखित शिकायत प्राप्त हुई है, जिसकी जांच कराई जाएगी। जांच के पूर्व किसी भी प्रकार की राशि आहरण एवं शिकायत से संबंधित निर्माण कार्यों को प्रारम्भ नही किया जाएगा।
-रूपेंद्र पटेल प्रभारी सीईओ मालखरौदा