जांजगीर-चांपा। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने के बावजूद कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके लिए कई कांग्रेसजनों ने पार्टी के खिलाफ अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त की। कई लोगों ने खुद से त्याग पत्र दे दिया तो वहीं कईयों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब कांग्रेस पर सनातन धर्म के खिलाफ आचरण करने का आरोप लगा है।
इसे मुद्दा बनाते हुए बिलासपुर शहर कांग्रेस की संयुक्त महामंत्री व महिला कांग्रेस की विशेष आमंत्रित सदस्य चित्रलेखा कांसकार ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पाण्डेय को अपना त्याग पत्र प्रेषित किया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ आचरण करते हुए भगवान श्रीराम के प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल न होने के निर्णय से उन्हें बहुत दुख हुआ है। इसके चलते वह कांग्रेस से अपनी प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से त्याग पत्र देते हुए कांग्रेस से खुद को मुक्त किया है। लोगों का कहना है कि भगवान श्रीराम हर भारतवासी के रोम-रोम में रचे बसे हुए हैं। ऐसे में श्रीराम के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर निमंत्रण ठुकराए जाने से कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई थी। हालांकि कांग्रेसजनों ने सार्वजनिक मंच से श्रीराम को अपना अराध्या बताया, लेकिन पार्टी के इस फैसले के खिलाफ किसी ने जाने की हिम्मत नहीं दिखाई। चित्रलेखा कांसकार इकलौती नेत्री हैं, जिन्होंने कांग्रेस के इस फैसले को सनातन धर्म के विरूद्ध मानते हुए खुद को कांग्रेस से अलग कर दिया।