चांपा के अपोलो मेडिकल में कायदा-कानून ताक पर, जेनेरिक दवा बिक रही एमआरपी दर पर, ड्रग इंस्पेक्टर से की गई शिकायत
जांजगीर-चांपा। अपोलो मेडिकल चांपा में नियम कायदों को ताक पर रखकर दवाओं की बिक्री की जा रही है। खासकर जेनेरिक दवाओं में सरकार ने आधे से अधिक छूट का प्रावधान किया है, लेकिन यहां एमआरपी दर से ही जेनेरिक दवाओं की बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं, जेनेरिक दवाओं में एमआरपी से छूट संबंधी कोई चार्ट भी चस्पा नहीं किया गया है, जिससे खासकर गरीब लुट रहे हैं।
शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य के कारोबार ने मध्यम के साथ ही नीचले तबके के लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। इन दुकानों में सरकार के नियम कायदे भी फेल होते नजर आ रहा है। ताजा मामला अपोलो मेडिकल चांपा में सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, अपोलो मेडिकल में चांपा का एक व्यक्ति सुहैल खान दवा खरीदने पहुंचा था। रैंबक्सी अजाक्स 500 की मांग करने पर मेडिकल के कर्मचारी ने एमआरपी दर 79 रुपए 16 पैसे की मांग की। सुहैल खान के अनुसार, हालांकि उसने दवा नहीं खरीदी, लेकिन मेडिकल कर्मचारी के जिस तरह जेनेरिक दवा को भी एमआरपी में बिक्री कर रहा है, उससे जाहिर है कि कम पढ़े लिखे लोगों को इसी तरह जेनेरिक दवा एमआरपी दर में खपाया जाता होगा। इस मामले की जानकारी मिलने पर कांग्रेस प्रदेश सचिव टिंकू मेमन ने मेडिकल दुकान जाकर वहां मौजूद कर्मचारी से बहस भी की और उसे नियम कायदों की धज्जियां उड़ाने पर फटकार भी लगाई। कांग्रेस प्रदेश सचिव टिंकू मेमन ने इस पूरे मामले की मौखिक शिकायत मोबाइल के जरिए ड्रग इंस्पेक्टर से की है। ड्रग इंस्पेक्टर ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।