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BIG BREAKING: स्वामी आत्मानंद सरस्वती का ज्ञानवापी मामले में बड़ा बयान, कहा मस्जिद के अंदर मंदिर के चिह्न नहीं होते, और यदि है तो निश्चित ही मंदिर को तोड़कर बनाया है

जांजगीर चांपा। राज्य अतिथि जगतगुरु स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने ज्ञानवापी मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मथुरा में ज्ञानवापी मंदिर सरकार या कोर्ट के माध्यम से हमें सौंपा जा रहा है तो कष्ट हो रहा है।

जगतगुरु स्वामी आत्मानंद सरस्वती

उन्होंने कहा जब कश्मीर से हिंदुओं को मार मार कर भगाया जा रहा था तब उनके मुंह में ताला लगा हुआ था। मस्जिद के अंदर मंदिर के चिह्न नहीं होते। और यदि है तो निश्चित ही मंदिर को तोड़कर बनाया गया है। चंपा के तिवारी परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में शामिल स्वामी आत्मानंद सरस्वती ने धर्मांतरण के मुद्दे पर कहा कि ज्यादातर भटके हुए लोगों की वापसी हो गई है। अब सिर्फ 10 फीसदी लोग ही शेष बच गए हैं। उन्होंने कहा अशोक सिंघल और लाल कृष्ण आडवाणी ने अपना सम्मान और स्वाभिमान छोड़कर एक-एक घर में राम जन्मभूमि की ईंट पहुंचा कर समाज को जगाया था। आज उन्हें भारत रत्न मिल रहा है, यह गर्व की बात है। क्योंकि राम के लिए समर्पित व्यक्ति का सम्मान पूरे विश्व में होना चाहिए।