धीवर समाज ने मनाया गुहा निषादराज जयंती, धीवर समाज ने निकाली भव्य शोभायात्रा, जय श्रीराम के जयकारों से गुंजा शहर
जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय हृदय स्थल कचहरी चौक सांस्कृतिक भवन में 4 फरवरी को गुहा निषादराज जयंती समारोह का आयोजित हुई। इस दौरान मुख्यतिथि धनीराम धीवर विधानसभा प्रत्याशी कसडोल, विशिष्ट अतिथि व्यास कश्यप विधायक जांजगीर-चांपा, भगवान दास गढ़ेवाल, इंजी. रवि पाण्डेय,पुष्पेंद्र सिंह व जीपी ढीमर, भरतलाल धीवर, भागीरथी धीवर, अमृतलाल धीवर की अध्यक्षता में श्री गुहा निषादराज जयंती समारोह संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा भगवान श्रीराम की चित्रपट पर पूजा अर्चना कर दीप प्रज्वलित किया गया। अतिथियों का स्वागत फूलमाला श्रीफल भेंट कर किया गया। मुख्यतिथि धनीराम धीवर ने समाज के स्वजातीय बंधुओं को शिक्षित बनों व संगठित होकर राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करने कहा। विशिष्ट अतिथि व्यास कश्यप ने मैराथन दौड प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर बच्चों का हौसला अफजाई किया। वहीं शहर में धीवर समाज दंके तत्वावधान में निकाली भव्य शोभायात्रा श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। राम कथा से जुड़ी विविध झांकियों के साथ निकली शोभायात्रा बुधवारी बाजार सांस्कृतिक भवन से प्रारंभ होकर कचहरी चौक से अकलतरा चौक होते हुए फिर सांस्कृतिक भवनमें समाप्त हुई। शोभायात्रा में रामदरबार की झांकी आकर्षण का मुख्य केंद्र था। रामजी की निकली सवारी, राम जी की लीला है न्यारी गीत के साथ शहर में निकाली गई राम दरबार की झांकी को देखने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। धूमधाम से निकाली गई शोभायात्रा में धार्मिक संगठन से जुड़े लोगों के अलावा राजनैतिक दलों से जुड़े लोग शामिल थे। सांस्कृतिक भवन में आयोजित गुहा निषादराज जयंती के अवसर पर दोपहर 12 बजे आतिशबाजी कर राम जन्म के प्रतीक भगवान राम के प्रतिमा की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। इस दौरान सांस्कृतिक भवन को इलेक्ट्रिक डेकोरेशन व फूलों से सजाया गया।
भगवाध्वज के साथ दिखा धीवर समाज के युवाओं का उत्साह
शोभा यात्रा के दौरान भगवा ध्वज लहराते हुए युवाओं की टोली में उत्साह देखा गया। भगवान राम के झांकी में रामजी के लीलाओं का अलग-अलग दृष्टांत प्रस्तुत किया गया था। झांकी में मुख्य आकर्षण का केंद्र राम दरबार था, जिसमें राम, लक्ष्मण, जानकी सहित केंवट के अलावा अशोक वाटिका में सीता, अश्व में सवार राम शोभा आदि शामिल थे ।