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चंद्रपुर के जिला सहकारी बैंक में किसानों की फजीहत, रकम पाने किसानों को करनी पड़ रही कड़ी मशक्कत, ध्यान देने वाला कोई नहीं

जांजगीर-चांपा। चंद्रपुर के जिला सहकारी बैंक में मनमानी चरम पर है। किसानों को अपनी खून पसीने की कमाई पाने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। बैंक के बाहर लंबी लंबी कतारें लगी हुई है। उपार्जन केंद्रों से धान खरीदी के बाद धान का पैसा सरकार ने सीधे किसान के खाते में डाला दिया है, लेकिन बैंक की मनमानी के चलते किसानों को अपने ही खाता से पैसे निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

वैसे तो देखा जाए तो जिला सहकारी बैंक चंद्रपुर में नियम के आगे भगवान के भी नही चलता। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां रसूखदार या कहे बड़े सामंतवादी खाताधारक बतौर कमीशन के बल पर आधी रात को  बैंक में अपनी जरूरत के हिसाब से रकम निकाल लेते है। वही छोटे किसान अपने खुद का पैसा पाने के लिए दिनभर लाइन में लगकर 10 से 20 हजार तक ही भुगतान प्राप्त कर रहा है।। ये गरीब किसानों से एक प्रकार का धोखा है, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि यहां बैंक रात 8 से 9 बजे तक खुला रहता है और बतौर कमीशन मोटी मोटी रकम का भुगतान होते रहता है। किसानो के खून पसीने की कमाई में कमीशनखोरी किस हद तक सही है। देखना है पारदर्शिता के साथ धान खरीदी का वादा करने वाले प्रशासन तंत्र इस मामले पर क्या संज्ञान लेता है। क्या शासन बैंक प्रबंधक के खिलाफ बैंक कर्मचारी सेवा नियोजन निबंधन और उनकी कार्यस्थिति नियम 1982 के प्रावधानों के तहत करती है या नहीं।

क्या है लेनदेन का नियम
नियम के मुताबिक, जिला सहकारी बैंक हो या कोई भी राष्ट्रीयकृत बैंक सुबह 10 बजे से शाम 04 बजे तक ही लेनदेन कर सकते है, लेकिन चंद्रपुर के जिला सहकारी बैंक में अपना कानून चल रहा है। यहां न तो कोई ताला लगता है और न ही कोई चौकीदार ठीक से गेट में तैनात पाए जाते है। बताया जाता है जिला सहकारी बैंक चंद्रपुर में रात 08 बजे तक लेनदेन होते रहता है।

कमीशन का बोलबाला
कुछ किसानो से चर्चा करने पर पता चला कि बैंक से राशि निकालने के बाद जब घर पहुंचते है तो राशि कम निकलता है।इसमें बैंक के अधिकारी अपना कमीशन निकालकर किसान को देते है। किसानों का कहना है कि रसूखदारों का पैसा बड़ी आसानी से निकल जाता है, जबकि किसानों को लंबी लाइन लगानी पड़ती है। उसमें भी काफी कम भुगतान किया जा रहा है।

काम अधिक था इसलिए लेट हुआ
जिला सहकारी बैंक चंद्रपुर के मैनेजर उमाशंकर तिवारी का कहना है कि काम अधिक होने के कारण दो तीन दिन ही रात के 08 से 09 बजे तक लेनदेन हुआ है। बाकी समय पर बैंक बंद हो जाता है। एक प्रतिशत कमीशनखोरी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह हमें इसकी जानकारी नहीं है।