जिन्होंने भारत का संविधान बनाया, जांजगीर में उन्हीं का ठिकाना गंदगी से सराबोर, विशेष अवसरों पर फोटों खिंचाने अवश्य पहुंचते हैं नेता

जांजगीर-चांपा। जिन्होंने देश का संविधान बनाया, उन्हीं का ठिकाना गंदगी से सराबोर है। विशेष अवसरों पर शहर के नेता बाबा भीमराव अंबेडकर प्रतिमा की सुध लेते हैं। फिर प्रतिमा के आसपास की सुध लेने वाला कोई नहीं होता। इसके चलते यहां गंदगी का आलम है। कचहरी चौक के पास लगी डॉ. अंबेडकर प्रतिमा स्थल की साफ सफाई कराने की सुध नगरपालिका को भी नहीं है। इसके चलते महापुरूषों की प्रतिमाएं जीर्ण शीर्ण और गंदगी के बीच रहने विवश है।
जिला मुख्यालय जांजगीर के कचहरी चौक के पास संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई है। इतना ही नहीं, यहां संसद भवन की तर्ज पर आदमकद प्रतिमा ढंकी हुई है। उपर भारत देश का प्रतीक चिन्ह चार शेर बनाकर इस जगह को आकर्षक बनाने की योजना है। हालांकि यह कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इधर बगल में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित है, जहां शहर के नेता विशेष अवसरों पर प्रतिमा में माल्यार्पण कर फोटो खिंचाने अवश्य पहुंचते हैं। उसके बाद इस प्रतिमा की सुध लेने वाला कोई नहीं रहता। खास बात यह है कि जांजगीर का कचहरी चौक और डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थल सड़क किनारे ही है। यह जांजगीर का प्रमुख स्थल है, जहां अमूमन जिम्मेदार अफसरों से लेकर नेताओं का आवागमन रहता ही है। इसके बावजूद इस स्थल की सुध लेने वाला कोई नहीं है। प्रतिमा स्थल गंदगी से सराबोर है।
