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सरस्वती शिशु मंदिर चाम्पा में खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने किया क्षेत्रीय जूडो, कुरास, ताइक्वांण्डो, कराते खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन

0 मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मध्य हो रहा है मुकाबला

0 खेल हारने या जीतने के लिए नहीं बल्कि खेल खेलने के लिए खेलना चाहिए : टंकराम वर्मा

चांपा। तिलभाण्डेश्वर बालकल्याण समिति चांपा द्वारा संचालित स. शि. म. उ. मा. वि.चांपा में विद्याभारती की योजनानुसार सरस्वती शिक्षा संस्थान छ.ग. के संयोजत्कव में क्षेत्रीय जूडो/कुरास /ताइक्वांण्डो/कराते खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ, उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथी टंकराम वर्मा खेल एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री , विशिष्ट अतिथी समाजसेवी नंदकुमार देवांगन एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष जुडावन सिंह ठाकुर अध्यक्ष सरस्वती शिक्षा संस्थान रायपुर एवं क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विद्या भारती मध्य क्षेत्र थे। मंचासीन अभ्यागतो में विद्यालय के अध्यक्ष हनुमान प्रसाद देवांगन व्यवस्थापक डॉ. शाति कुमार सोनी, एवं विद्यालय के प्राचार्य अश्विनी कुमार कश्यप थे।

कार्यक्रम का प्रारम्भ में माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया तत्पश्चात स्वस्तिवाचन के साथ
अतिथीयों का तिलक लगाकर स्वागत प्रधानचार्य कृष्णकुमार पाण्डेय द्वारा किया गया। खेल प्रतिवेदन में दिवाकर स्वर्णकार प्रान्त खेलकूद प्रमुख ने बताया कि पूरे छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश से कुल 507 प्रतिभागी अपने संरक्षक आचार्य एवं कोच के साथ सम्मिलित हुए विजयी प्रतिभागी इसके बाद अखिल भारतीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे । इस अवसर पर मुख्यअतिथि टंकराम वर्मा ने अपने उद्बोधन का शुरुआत छत्तीसगढी गीत के माध्यम से किया जिसे उपस्थित लोग मन्त्रमुग्ध हो गए खेल मंत्री ने कहा कि खेल केवल खेलने के लिए खेले हार जीत बाद की बात है हमे परिणाम की चिंता नहीं करना चाहिए बल्कि खेल का आनंद लेना चाहिए, जीवन भी एक खेल है प्रसन्न रहकर परोपकारी कार्य में सलंग्न रहना चाहिए, चाम्पा सरस्वती शिशु मंदिर में बड़ा आयोजन होना गर्व की बात है मध्य प्रदेश से आये बच्चे हमारी छत्तीसगढ़ की परम्परा से रुबरु होंगे, आगे भी ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए, छत्तीसगढ़ सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के अध्यक्ष जुडावन सिंह ठाकुर ने कहा कि खेल हमें स्थिरता, धैर्य, ध्यान, और टीमवर्क कौशल विकसित करने में मदद करता है। खेल मन की चिंताओं और तनाव को कम करता है और मनोदशा को सकारात्मक बनाता है। सामाजिक लाभ: खेलने से सामाजिक संबंधों का विकास होता है। यह हमें सामरिकता, सहयोग, नेतृत्व कौशल, और उच्चतम मानकों के प्रतीक बनाता है। हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल आवश्यक है, खेल में तो हार-जीत लगी रहती है लेकिन सभी बच्चों को खेल भावना के साथ खेलना चाहिए । इस अवसर पर सांसद कमलेश जांगड़े, पूर्व सांसद कमला पाटले, भाजपा जिला महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा, चाम्पा तहसीलदार पुलकित साहू, चंद्रकिशोर श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह ठाकुर, इंजिनियर रवि पाण्डेय रवीन्द्र कुमार सरॉफ प्रधानाचार्य कृष्णकुमार पाण्डेय, रविशंकर गबेल, परिचय मिश्रा, अशोक शर्मा, संजय यादव, नवरतन पटेल, बजरंग दास कंसारी, ऋचा राज, रामफल केंवट प्रतिभागी भैया-बहन के साथ-साथ सरस्वती सेवा मण्डल चांपा के पदाधिकारी, आचार्य बन्धु भगिनी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन ललिता तिवारी एवं आभार प्राचार्य अश्विनी कुमार कश्यप द्वारा किया गया । उक्त जानकारी प्रचार प्रसार प्रमुख शुभांशु मिश्रा ने दी।

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