रेलवे प्रशासन के फरमान के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता लामबंद, रास्ता को बंद करने का किया गया पुरजोर विरोध
चांपा। रेलवे प्रशासन के एक गली को बंद करने के फैसले के विरोध में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष गणेश श्रीवास और युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष गिरीश मोदी के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने रेलवे स्टेशन रोड पर चक्काजाम कर दिया। यह विरोध प्रदर्शन रेलवे प्रशासन के निर्णय को जनविरोधी बताते हुए किया गया। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और तहसीलदार व एसडीएम को मौके पर बुलाने की मांग की।
समस्या का समाधान निकालना जरूरी
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे गणेश श्रीवास ने कहा, “रेलवे प्रशासन का यह निर्णय स्थानीय लोगों के हितों के खिलाफ है। यह गली लोगों के लिए आवागमन का मुख्य रास्ता है, और इसे बंद करना स्थानीय नागरिकों के लिए असुविधा पैदा करेगा।” उन्होंने मांग की कि रेलवे प्रशासन तुरंत अपना निर्णय वापस ले और स्थानीय जनता के हितों को प्राथमिकता दे। गिरीश मोदी ने कहा, “हमारी मांग है कि रेलवे प्रशासन इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करे और उनकी समस्याओं का समाधान निकाले।”
अपनी मांग पर अड़े रहे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक रूट तैयार किया, ताकि यातायात बाधित न हो। लेकिन प्रदर्शनकारी मुख्य सड़क पर जमे रहे और अपनी मांगों पर अड़े रहे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कई कोशिशें कीं, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर डटे रहे।
स्थानीय लोगों ने दिया समर्थन
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह गली बंद होने से उनके रोजमर्रा के जीवन में असुविधा होगी। एक निवासी ने कहा, “रेलवे प्रशासन को जनता की समस्याओं को समझना चाहिए। यह गली हमारे बच्चों के स्कूल जाने और बाजार तक पहुंचने का मुख्य रास्ता है। इसे बंद करना हमारी कठिनाइयों को बढ़ाएगा।”
आंदोलन को रखा जाएगा जारी
अब तक रेलवे प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे इस मुद्दे पर आगे भी आंदोलन जारी रखेंगे।
आगे की रणनीति
भाजपा नेताओं ने घोषणा की है कि यह आंदोलन केवल शुरुआत है। यदि रेलवे प्रशासन स्थानीय लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज करता रहा, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। “यह जनता की लड़ाई है और हम इसे जीतने तक संघर्ष करते रहेंगे,” गिरीश मोदी ने कहा।
रेलवे प्रशासन को उचित कदम उठाने चाहिए
यह विरोध प्रदर्शन स्थानीय लोगों के अधिकारों और उनकी सुविधाओं की रक्षा के लिए उठाया गया कदम है। इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि रेलवे अधिकारियों का भी ध्यान खींचा है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे का समाधान होगा या संघर्ष और तेज होगा, यह देखने योग्य होगा।