महाकुंभ के अवसर पर प्रयागराज स्थित त्रिवेणी संगम मे डुबकी लगाना अलौकिक अनुभूति: अनंत थवाईत

0 महाकुंभ के हर पहलु को विस्तार से लिख पाना एक व्यक्ति के बस की बात नहीं
एक सौ चौवालीस वर्ष के अद्वितीय संयोग मे प्रयागराज के तट पर त्रिवेणी संगम मे डुबकी लगाना अलौकिक अनुभूति करा गया.साथ ही सनातनी होने का गर्व भी हुआ.
उक्त बातें प्रयागराज मे चल रहे महाकुंभ मेले का दर्शन और परिवार के साथ संगम मे डुबकी लगाकर लौटे नगर के स्वतंत्र पत्रकार अनंत थवाईत ने कही।
उन्होंने बताया कि इसके पहले भी वे प्रयागराज मे 2013 के कुंभ एवं 2019 के अर्धकुंभ मे भी शामिल हुए थे. योगी आदित्य नाथ के मुख्यमंत्रित्व काल में 2019 का अर्ध कुंभ ,सेवा ,सुरक्षा और सफाई के बीच दिव्य कुंभ भव्य कुंभ के स्लोगन के साथ आयोजित हुआ था .इस बार का कुंभ 144 वर्ष के अद्भुत संयोग मे महाकुंभ और डिजिटल कुंभ के स्लोगन के साथ आयोजित हो रहा है।
यह महाकुंभ इतना विशाल है कि संपूर्ण महाकुंभ को रेखांकित करते हुए इसके हर पहलु को विस्तार से लिख पाना किसी एक व्यक्ति के बस की बात नहीं है। अध्यात्मिकता से परिपूर्ण इस महाकुंभ को आधुनिकता के रंग मे रंगते हुए डिजिटल कुंभ का नाम देना भी अपने आप मे विशेषता रखती है।
रात्रि मे बिजली की रोशनी देखकर ऐसा लगता है कि आसमान से तारे जमीं पर उतर आएं हो .लेजर शो के माध्यम से पौराणिक काल खंडो एवं धार्मिक प्रतीकों की प्रस्तुति देख लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
अनंत थवाईत ने बताया कि इस बार महाकुंभ में प्रतिदिन साठ सत्तर लाख से भी अधिक लोग संगम मे डुबकी लगाने पहुंच रहें हैं. भारी भीड़ के चलते लोगों को संगम तक पहुंचने मे दस से पंद्रह किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है.लेकिन धर्म और आस्था के बीच लोग इस परेशानी को खुशी खुशी स्वीकार कर रहे हैं।
अनंत थवाईत ने आगे बताया कि गंगा मैय्या के तट पर दोनों ओर लगभग बीस बीस किलोमीटर मे फैले इस महाकुंभ मे देश के बड़े बड़े संतो के विशाल पंडाल लगे हुए है जहां संतो के मुखारविंद से कर्ण प्रिय भजनों के साथ राम कथा, शिवमहापुराण, भागवत गीता जैसे पवित्र ग्रंथों को सुनकर लोग अध्यात्मिक सत्संग मे डुबकी लगा रहे हैं . भिन्न-भिन्न तपस्या मे लीन साधुओं को देख उनके समक्ष मन श्रद्धा से नतमस्तक हो जाता है .और स्वयं मे सनातनी होने का गर्व भी होने लगता है।
अनंत थवाईत ने आगे बताया कि महाकुंभ मे करोड़ो लोगों के बीच छोटी मोटी भगदड़ जैसी घटनाएं लोगों के उतावले पन और हड़बड़ी के कारण हो रही है.उप्र सरकार द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के साथ साथ पर्याप्त सुविधाएं भी उपलब्ध कराया जा रहा है यदि लोग सरकार के दिशा-निर्देश के आधार पर चलें तो उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।
महाकुंभ के इस यात्रा मे अनंत थवाईत के साथ कविता थवाईत,अनुप्रीत थवाईत,किरण थवाईत, गायत्री ठाकुर, गोविन्द देवांगन, कुसुम देवांगन शामिल थे . ये सभी प्रयागराज मे संगम स्नान करने के साथ ही काशी विश्वनाथ, चित्रकूट धाम ,मैहर , अमरकंटक, रतनपुर महामाया शक्ति पीठ का दर्शन करते हुए वापस चांपा लौटे।