छत्तीसगढ़जांजगीर-चांपा

वरिष्ठ व्याख्याता राजेन्द्र प्रसाद मरकाम को अर्धवार्षिकी पूर्ण करने पर दी गई सम्मानपूर्वक विदाई

चांपा। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय, हिंदी विभाग में पदस्थ वरिष्ठ व्याख्याता राजेन्द्र प्रसाद मरकाम को अर्धवार्षिकी पूर्ण करने के उपलक्ष्य में सेजेस अंग्रेजी/हिंदी माध्यम विद्यालय परिवार द्वारा हॉटल सुमित इन, चांपा में भव्य सम्मान समारोह आयोजित कर गरिमामय विदाई दी गई।

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राजेन्द्र प्रसाद मरकाम, उनकी सहधर्मिणी श्रीमती पुना बाई मरकाम, विद्यालय के प्राचार्य श्री निखिल मसीह, उपप्राचार्य श्री भास्कर शर्मा, हिंदी माध्यम विभाग के प्रभारी प्राचार्य श्री रमाकांत साव, लेखा अधिकारी श्री दुर्गेश राजपूत तथा इंजीनियर कु. मनीषा मरकाम (सुपुत्री) विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंचस्थ अतिथियों द्वारा मां वीणा वादिनी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन-वंदन के साथ हुआ। इसके पश्चात विद्यालय के प्राचार्य निखिल मसीह, उपप्राचार्य भास्कर शर्मा एवं प्रभारी प्राचार्य रमाकांत साव ने सेवानिवृत्त वरिष्ठ व्याख्याता राजेन्द्र प्रसाद मरकाम एवं उनकी धर्मपत्नी का कौशेय वस्त्र, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया तथा स्मृति चिह्न प्रदान किया।

इस अवसर पर व्यावसायिक शिक्षा विभाग, हायर सेकेंडरी विभाग, माध्यमिक विभाग तथा प्राथमिक विभाग (हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम) के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी मरकाम दंपती का चंदन, अबीर-गुलाल लगाकर, पुष्पाहार पहनाकर तथा स्मृति चिह्न व गुलदस्ते भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया।
प्राचार्य श्री निखिल मसीह ने अपने उद्बोधन में कहा कि सादगी के प्रतीक श्री मरकाम का शिक्षकीय सेवा कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और सराहनीय रहा है। विद्यालय संचालन, शासकीय गतिविधियों के क्रियान्वयन एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों के आयोजन में उन्होंने सदैव मार्गदर्शन और संबल प्रदान किया है। आज उनके सेवानिवृत्ति के अवसर पर मैं उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।

उपप्राचार्य श्री भास्कर शर्मा ने कहा कि श्री मरकाम एक कुशल, ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक रहे हैं। मरकाम जी मेरे शिक्षकीय जीवन काल में मुझे प्रभावित करने वाले प्रथम व्यक्ति हैं। उनका व्यक्तित्व अत्यंत प्रेरणादायी रहा है, जिसे मैं और विद्यालय परिवार सदैव स्मरण करेगा।

प्रभारी प्राचार्य श्री रमाकांत साव ने कहा कि तबादला एवं सेवानिवृत्ति शासकीय प्रक्रिया का एक अनिवार्य भाग है। आज मरकाम सर केवल शासकीय दायित्वों से निवृत्त हो रहे हैं, जबकि पारिवारिक एवं सामाजिक दायित्वों में उनकी सक्रिय सहभागिता सदैव बनी रहेगी।

शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ. रविन्द्र द्विवेदी ने मरकाम जी के शिक्षकीय तथा पारिवारिक जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि 41 वर्षों से भी अधिक लंबे सेवाकाल में मरकाम जी ने शिक्षा विभाग में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उनका कार्यकाल अनुकरणीय और सदैव स्मरणीय रहेगा। डॉ. द्विवेदी ने काव्य के माध्यम से भी मरकाम जी की सेवाओं का वर्णन किया।

समारोह में भावनाओं से अभिभूत कु. मनीषा मरकाम ने अपने पिता की महानता का उल्लेख करते हुए कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं, वह मेरे पूज्य पिताजी के अथक प्रयासों एवं त्याग का परिणाम है। अपने माता-पिता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए वे भावुक हो गईं।

इस अवसर पर श्रीमती पुना बाई मरकाम ने विद्यालय परिवार को भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
समारोह के अंतिम क्रम में सेवानिवृत्त वरिष्ठ व्याख्याता राजेन्द्र प्रसाद मरकाम ने कहा कि उन्होंने 41 वर्षों के सेवाकाल में प्रधान पाठक, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं सहायक जिला परियोजना अधिकारी जैसे पदों पर दायित्व निर्वहन किया है। स्वामी आत्मानंद विद्यालय में 10 वर्षों से अधिक समय तक सेवा देने का अवसर मिला, जिसमें सभी का सहयोग अविस्मरणीय रहा। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के उपरांत भी विद्यालय एवं शिक्षा क्षेत्र के हित में सेवा देने के लिए वे सदैव तत्पर रहेंगे।

समारोह में वरिष्ठ व्याख्याता रामचन्द्र राठौर, श्रीमती सीमा राठौर, श्रीमती रितु सिंह, श्रीमती निमिषा जेम्स, श्रीमती सविता महिलांग, श्रीमती पिंकी पायल मेश्राम,सचिन देव बर्मन, उमाशंकर चतुर्वेदी, राजेश उपाध्याय, राजकुमार तंबोली, सोमनाथ पाण्डेय, श्रीमती रोशनी बाजपेयी, श्रीमती साधना शर्मा, श्रीमती वर्षा तिवारी, कु. दिव्या बाजपेयी, वर्षा कुशवाहा, भावना क्षत्रिय, अजय अग्रवाल,अविनाश राठौर, प्रीतेष फ्रेंकलिन, साधराम मधुकर,संतोष यादव,कृष्णा यादव,किशन यादव, विजय यादव,रंजीत सिंह,शिव सिदार सहित मरकाम जी के परिजन एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता गोविंद नारायण सिंह शर्मा ने किया। समारोह की जानकारी शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ. रविन्द्र द्विवेदी द्वारा प्रदान की गई।

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