
रायपुर। साइबर रेंज पुलिस रायपुर ने “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के लिए बैंक खाते खुलवाने और संचालित करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राहुल यादव (27), निवासी जौनपुर (उत्तरप्रदेश) और काजल यादव (28), निवासी भाटापारा (बलौदा बाजार) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि राहुल ने फेसबुक के जरिए काजल से दोस्ती कर उसे ठगी के जाल में फंसा लिया और दोनों ने मिलकर ठगी का कारोबार शुरू कर दिया।
ठगी में 3 करोड़ की ट्रांजैक्शन, 19 लाख की पुष्टि
आरोपियों ने मिलकर ठगी के करीब 3 करोड़ रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए, जिनमें से 19 लाख रुपये की ठगी की पुष्टि हो चुकी है। इस संबंध में कोतवाली थाने में अपराध दर्ज है।
पुलिस के अनुसार, राहुल यादव लगातार चेन्नई, अहमदाबाद और महाराष्ट्र के जालना जैसे शहरों में ठिकाना बदलता रहा और वहीं से म्यूल खातों का संचालन करता रहा।
कमीशन पर चल रहा था साइबर रैकेट
गिरफ्तार आरोपी प्रत्येक ट्रांजैक्शन के बदले में 15% कमीशन पाते थे। राहुल भोपाल के एक युवक के संपर्क में था, जो इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस अब उसकी तलाश में जुट गई है।
फेसबुक फ्रेंडशिप से ठगी तक का सफर
राहुल ने काजल से फेसबुक पर दोस्ती की और उसे घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर ठगी में शामिल कर लिया। शुरू में काजल सिर्फ बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने का काम करती थी, लेकिन बाद में दोनों ने मिलकर मुलाकात की और राहुल ने उसे साइबर ठगी के पूरे नेटवर्क की जानकारी दी। इसके बाद वे एक टीम की तरह काम करने लगे।