बम्हनीडीह की हसदेव नदी में आज तक अवैध रेत खनन व परिवहन नहीं थमा तो कल करेंगे उग्र आंदोलन, एसडीएम को पत्र लिख कर दिया गया अल्टीमेटम

जांजगीर-चांपा। नगर पंचायत बहनीडीह क्षेत्र के नागरिकों ने हसदेव नदी से हो रहे अवैध रेत खनन पर गहरी चिंता जताते हुए अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को लिखित आवेदन सौंपा है। आवेदन में रेत माफियाओं द्वारा दिन-रात अवैध रूप से रेत निकालने और नदी में अस्थायी पुल बनाकर परिवहन किए जाने की बात कही गई है।
नागरिकों ने बताया कि रेत खनन से हसदेव नदी की दिशा बदल रही है, जिससे नदी के किनारे स्थित भूमि और जलस्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नदी का बहाव अवरुद्ध होने से जल संकट गहराने की आशंका जताई जा रही है, जिससे भविष्य में पीने के पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।
आवेदन में उल्लेख है कि रेत माफिया बेखौफ होकर रात-दिन 24 घंटे तक अवैध रूप से रेत निकाल रहे हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से पुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा, ट्रेलर और डंपरों की आवाजाही से बहनीडीह की सड़कों को भी नुकसान पहुंच रहा है।
नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि 25 मई तक अवैध रेत खनन को पूर्णतः बंद किया जाए, अन्यथा 26 मई से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि आंदोलन के चलते उत्पन्न होने वाली स्थिति की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
आवेदन पर नगरवासियों के हस्ताक्षर एवं मोहर के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों के रिसीविंग स्टांप भी लगे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या त्वरित कदम उठाता है।
