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दुंधमुंही बच्ची के साथ हैवानियत की हद से गुस्से की आग में उबलने लगा पूरा शहर, कैंडल मार्च के बाद एकजुट होने लगे लोग, अपराधियों के हौसले बुलंद, पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह!

जांजगीर-चांपा। हैवानियत की हद को पार करने और दिल दहला देने वाली घटना ने मानवता को कलंकित कर दिया है। महज दो साल की दुंधमुंही बच्ची के साथ दरिदंगी की घटना से पूरा जांजगीर-नैला शहर गुस्से की आग में उबल रहा है। इस घटना के विरोध में जहां शहर में कैंडल मार्च निकाला जा रहा है तो वहीं कलेक्टर को ज्ञापन देकर आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग मुखर होने लगी है। इस घटना की खबर जिसको भी मिली है, उसके मन में आरोपी के लिए आक्रोश स्पष्ट देखा जा रहा है।

मानवता को शर्मसार करने वाली हैवानियत का यह दास्तां बीते शनिवार को प्रकाश में आया। महज दो साल की मासूम नन्हीं बच्ची झाड़ियों में खून से लथपथ पड़ी मिली। आनन-फानन में बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिसिया छानबीन में मासूम के साथ हैवानियत की घटना को उसके सौतेले पिता द्वारा अंजाम दिए जाने की जानकारी सामने आई। इधर, यह खबर आम होते ही शहरवासी गुस्से की आग में उबलने लगे। शहर के लोगों ने सोमवार की शाम महाकाली संगठन के बैनर तले शहर में कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने दोषी को फांसी की सजा देते हुए बच्ची के साथ न्याय करने की मांग की। इस कैंडल मार्च के साथ ही विरोध की फेहरिस्त बढ़ने लगी है। आज भी लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर आरोपी को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग रखी।

अपराधियों में नहीं रह गया पुलिस व कानून का खौफ
शहर सहित जिले में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। अपराधियों में पुलिस का खौफ बिल्कुल भी नहीं रह गया है, जिसके चलते आए दिन बलात्कार, हत्या, चोरी, लूट सहित संगीन अपराधों का ग्राफ चढ़ते जा रहा है। जिले की पुलिस शराब और जुआ पकड़ने में मग्न है। पुलिस की कार्यशैली से अपराधियों के हौसले बुलंद है। यही वजह है कि लोग जघन्य से जघन्य वारदातों को अंजाम देने से जरा भी नहीं डर रहे हैं। जब तक पुलिस और कानून का खौफ अपराधियों को नहीं होगा, तब तक इस तरह की घटना पर लगाम नहीं लग सकता। जिले की पुलिस व्यवस्था को लेकर खास रणनीति तैयार करने की जरूरत महसूस होने लगी है। 

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