खरसियाछत्तीसगढ़

विदाई के दौरान बुबुन को फेयरवेल क्वीन और दामोदर को चुना गया फेयरवेल किंग, हिंदी विभाग का सत्रांत आयोजन

खरसिया। सत्र 2024-2025 के अंतिम कार्य दिवस दिनांक 15 मई को हिंदी विभाग द्वितीय सेमेस्टर के छात्र विनायक, श्रद्धा, जीतू, उमा, दुर्गेश, अंजली, कुंती, निशा राठिया, राजकुमारी, विवेक साहू, मनोज बैगा, कौशल दास, गुलापी, डीलेश्वरी, सुनिता, पुष्पा, टिकेश्वरी, निशा सिदार, धनराज, दिग्विजय, पुष्पेन्द्र, राहुल आदि ने चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र मीना बंजारा, अन्नपूर्णा जायसवाल, पायल जायसवाल, बिंदिया रानी, चन्द्रकान्ति, शशिकला महंत, सलीम राठिया, कविता साहू, यामिनी राठौर, कविता चंद्रा, बुबुन घृतलहरे, दामोदर पटेल, जय प्रकाश और मुकेश कुमार राठिया को मीठी-मीठी यादों के साथ विदाई दी.

विदा ले रहे सभी छात्रों ने अपनी भावना को प्रकट किया. यामिनी ने कविता के माध्यम से अपने सहपाठियों के बारे में बहुत ही प्यारी बातें कही. बुबुन, मीना, दामोदर ने अपने दिल की बातों को सबके सामने रखा. अपने वक्तव्य के दौरान डॉ डायमंड साहू ने चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों को शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. डॉ रमेश टंडन ने अपने उद्बोधन में छात्रों को परीक्षा में दस मिनट देरी में पहुँचने को एक साल की देरी होने के बराबर बताते हुए समय की महत्ता को प्रतिपादित कर समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा. विनायक, श्रद्धा ने रोमांचक शैली में मंच सञ्चालन करते हुए कुछ गेम और नृत्य प्रस्तुति भी करायी. बुबुन, मीना और यामिनी ने एकल नृत्य किया. यामिनी और कविता चंद्रा ने युगल नृत्य की प्रस्तुति दी. दामोदर, मुकेश और जय प्रकाश ने समूह नृत्य की प्रस्तुति दी. सत्र भर की गतिविधि और दिवस की उपस्थिति तथा प्रस्तुति के आधार पर फेयरवेल क्वीन बुबुन घृतलहरे एवं फेयरवेल किंग दामोदर पटेल को चुना गया. विभागाध्यक्ष डॉ टंडन ने इन दोनों का सम्मान करते हुए किंग और क्वीन का ताज पहनाया. अंत में विभागीय शिक्षक द्वय कुसुम चौहान और अंजना शास्त्री ने भी छात्रों को संबोधित किया ।